साकची में दो दिन सजेगा दीवान, ढाढी जत्था व दरबार साहिब के रागी करेंगे संगत को निहाल

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : श्री गुरु गोबिंद सिंह के 357वें प्रकाशोत्सव को लेकर साकची गुरुद्वारा परिसर में सोमवार को श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की अलौकिक वाणी अखंड पाठ का आरंभ हुआ। साथ ही साथ प्रभात फेरी भ्रमण के चौथे दिन श्रद्धालुओं ने घूम-घूम कर गुरबाणी प्रचार-प्रसार के माध्यम से संगत को गुरुपर्व में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।
मंगलवार को प्रभात फेरी का अंतिम दिन होगा, इसको स्मरण रखते हुए समाजसेवी सरदार अमरप्रीत सिंह काले ने अपने निवास स्थान पर दर्शन के लिए प्रभात फेरी को आमंत्रित किया है। वहीं दर्शनाभिलाषी काले भी टीम सहित प्रभात फेरी के भव्य स्वागत के लिए तैयारियों में जुट गए हैं।
प्रकाशपर्व पर 17 और 18 जनवरी को आयोजित होने वाले दो दिवसीय महान कीर्तन दरबार के लिए भी सभी तैयारियां अंतिम चरण पर हैं। साकची गुरुद्वारा साहिब में श्री दरबार साहिब, अमृतसर से महान कीर्तनीये करनजीत सिंह साकची गुरुद्वारा में अपने मधुर गुरबाणी से संगत को निहाल करने के लिए टाटानगर पहुंच रहें हैं। इनके अलावा भाई बलदेव सिंह और परमजीत सिंह जेठुवाल ढाढी जत्था, अमृतसर का भी कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए जमशेदपुर आगमन हो रहा है।
साकची गुरुद्वारा के प्रधान निशान सिंह और महासचिव परमजीत सिंह काले ने विस्तारपूर्वक बताया कि करनजीत सिंह गुरबाणी रस से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे जबकि ढाढी जत्था भाई बलदेव सिंह और परमजीत सिंह जेठुवाल अमृतसर वाले वीररस द्वारा गुरु महाराज की महिमा का गुणगान करेंगे।
जमशेदपुर के कवि सुरजीत सिंह, संदीप सिंह जगदी टकसाल, गुरदीप सिंह निक्कू टाटानगरवाले के साथ-साथ साकची गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी ज्ञानी अमृतपाल सिंह मन्नन और सुखजिंदर सिंह भी मौके पर सुबह और शाम के दिवान में श्रद्धालुओं को गुरबाणी से जोड़ेंगे। निशान सिंह ने बताया कि दोनों दिन गुरु का अटूट लंगर संगत को पंगत में बैठकर छकाया जायेगा। निशान सिंह ने संगत से अपील की है कि इस मुबारक मौके पर संगत गुरुद्वारा साहिब में दर्शन कर गुरुघर की खुशियां प्राप्त करें।

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