पर्व – त्यौहार: नवरात्र के इस पावन मौके पर अलग-अलग दिन माता दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नवरात्रि के चौथे दिन यानी बुधवार के दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जा रही है। ऐसे में यदि आप इस दिन कुछ खास उपाय करते हैं तो आपके जीवन में चल रही सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब पृथ्वी की रचना नहीं हुई थी, उससे पहले तब मां कूष्मांडा ने ही ब्रह्मांड की रचना की थी। माता कूष्मांडा की आराधना करने से साधक को आरोग्य जीवन की प्राप्ति होता है। ऐसे में नवरात्र के चौथे दिन सुबह जल्दी उठकर, स्नान आदि से निवृत होने के बाद व्रत का संकल्प लें। विधि-विधान पूर्वक मां कूष्मांडा की पूजा करें। इस दौरान उन्हें कद्दू से बनी चीजों का भोग जरूर लगाएं। ऐसा करने से मां आपसे प्रसन्न होती हैं।
साथ ही सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए आप नवरात्र के चौथे दिन ये उपाय कर सकते हैं। मां कूष्मांडा की पूजा के दिन पीपल के पेड़ के नीचे से थोड़ी-सी मिट्टी लाकर उसे अपने घर में रखें। इसके बाद इस मिट्टी पर दूध, दही, अक्षत और रोली आदि चढ़ाते हुए दीया जलांए। ऐसा करने के बाद इस मिट्टी को वापस पीपल के पेड़ के नीचे रख आएं। माता रानी आपके जीवन की सभी कष्टों को है हर लेंगी ।
इसके अलावा नवरात्र के चौथे दिन मां की कृपा प्राप्ति के लिए पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करना चाहिए –
ॐ कूष्माण्डायै नम:
मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से कुंडली में स्थित केतु ग्रह से जुड़े दोष दूर हो जाते हैं और साधक कई तरह की समस्याओं से बच जाता है।