जमशेडपुर
प्रेस विज्ञप्ति:
मिरर मीडिया । झारखंड सोशियोलॉजिकल सोसायटी के महासचिव डॉ०एस०के०झा ने आज महासचिव पद से अपना त्यागपत्र अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी को सौंप दिया है। डॉ०झा ने कहा कि झारखंड में समाजशास्त्र विषय में शोध व अनुसंधान की असीम संभावनाएं मौजूद है।अतः यह आवश्यक है कि सभी विश्वविद्यालयों में इस विषय का पठन-पाठन हो एवं शोध व अन्वेषण का दायरा विस्तृत हो। समाजशास्त्र का पाठ्यक्रम समयानुकूल है। विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी है, परंतु नियुक्ति प्रक्रियाधीन है। बढ़ते आबादी और विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए समाजशास्त्र विषय में और अधिक पद सृजित करने की जरुरत है। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में इस विषय का विभाग भी खोलने की आवश्यकता है। जिसके कारण इस दिशा में राज्य के समाजशास्त्रियों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।विगत दो वर्षों से झारखंड सोशियोलॉजिकल सोसायटी को एक नयी पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास किया जाता रहा। उम्मीद है कि भविष्य में भी सोसायटी के पदाधिकारी व तमाम समाजशास्त्री राज्य में समाजशास्त्र की उन्नति व प्रगति के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। मैं समाजशास्त्र विषय के चहुंमुखी विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहूंगा।