रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जैक अध्यक्ष अनिल कुमार महतो का कार्यकाल 18 जनवरी 2025 को समाप्त हो गया है, जिससे जैक अब अध्यक्षविहीन हो गया है। जैक के कामकाज और परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी संवैधानिक रूप से अध्यक्ष में निहित होती है।
परीक्षाओं पर असर
अध्यक्ष की अनुपस्थिति के कारण आठवीं, नौवीं, मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं तय समय पर नहीं हो सकेंगी। 28 जनवरी से आठवीं बोर्ड और 29 जनवरी से नौवीं बोर्ड की परीक्षा होनी थी, जबकि मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं 11 फरवरी से निर्धारित हैं। इन परीक्षाओं के स्थगित होने से राज्य के लाखों छात्रों का भविष्य प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, मध्यमा, मदरसा बोर्ड और शिक्षक पात्रता परीक्षा सहित अन्य परीक्षाएं भी प्रभावित होंगी।
सरकार का रुख
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने आश्वासन दिया है कि जैक अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्तर पर इस पर निर्णय लिया जाएगा।
पूर्व अध्यक्ष का कार्यकाल और अनुभव
पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने अपने कार्यकाल को लेकर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 70 परीक्षाएं पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त तरीके से आयोजित कीं।
सरकार से अपील
जैक ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर अध्यक्ष के जल्द मनोनयन की मांग की है। इससे पहले भी 2021 में लंबा समय खाली रहने के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद भरे गए थे।
छात्रों और अभिभावकों की चिंता
परीक्षाओं के स्थगित होने की संभावना ने छात्रों और अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। यदि अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द नहीं होती, तो झारखंड के शैक्षणिक ढांचे पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।