मिरर मीडिया : केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 10 महीने से अधिक समय से किसानों का आंदोलन जारी हैl सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद रखाl कानून पारित हुए एक साल पूरा होने पर किसान संगठनों ने सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद का आह्वान किया थाl बंद का असर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा दिखाई दिया। कई शहरों में सड़कों पर जाम लगा रहा, तो बहादुरगढ़ में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर प्रदर्शन कियाl उधर, बिहार-झारखंड, यूपी आदि में भी इसका गहरा असर रहा हैl दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर को भी 10 घंटे बाद खोल दिया गया।
किसानों के भारत बंद के दौरान दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर एक किसान की मौत हो गई । हालांकि, दिल्ली पुलिस का कहना है कि, किसान की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। किसान की मौत का असली कारण पोस्ट मॉर्टम के बाद ही पता लगेगा। केंद्र सरकार के लाए तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में देशभर के 40 से ज्यादा किसान संगठनों ने आज भारत बंद किया । किसानों के भारत बंद को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बीएसपी, एसपी, वाईएसआर कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियों सहित कई राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है।
आपको बता दें कि, भारत बंद के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि, वह कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार से वार्ता के लिए तैयार हैंl उन्होंने भारत बंद को सफल करार दिया, कहा कि हमें किसानों का भरपूर समर्थन मिला, हम सब कुछ सील नहीं कर सकते, हमने लोगों के आवागमन को बाधित नहीं कियाl