विदेश : चीन के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में सोमवार देर रात आए 6.2 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इसमें कम से कम 127 लोगों की मौत हो गई और 700 से अधिक घायल हैं। जबकि कई लोग लापता है ।
इस भूकंप ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है। भूकंप के तेज झटकों से गांसू और किंघई प्रांतों में ऊंची इमारतें माचिस की तिल्ली की तरह भरभराकर गिर गईं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी भारी नुकसान पहुंचा है। बचाव अभियान जारी है, अभी मलबे के नीचे और लोगों के दबे होने की आशंका है। वहीं, शिंजियांग क्षेत्र में मंगलवार को सुबह 9:46 बजे 5.5 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया।
वहीं चीन के भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार सोमवार रात को 11:59 पर आए भूकंप का केंद्र गांसू के जिशिशान काउंटी से आठ किमी दूर लियुगोउ में 10 किलोमीटर नीचे था। यह गांसू और किंघई प्रांत की सीमा से पांच किमी दूर है।
बता दें कि गांसू भूकंप के खतरे वाले क्षेत्र में है, यहां इस तरह के भूकंप आते रहते हैं। गांसू प्रांत में फायर विभाग के 2,200 एवं फारेस्ट ब्रिगेड के 260 आपातकर्मी बचाव अभियान में लग हुए हैं। सेना और पुलिसकर्मी भी राहत कार्य में जुटे हैं। चीन के इतिहास में सबसे घातक भूकंप 2008 में सिचुआन में आया था, जो 8.0 तीव्रता का था। इसमें करीब 70 हजार लोग मारे गए थे। गांसू को चीन के सबसे गरीब प्रांतों में माना जाता है। चीन सरकार ने गांसू को भूकंप की त्रासदी से निपटने के लिए दो करोड युआन (28 लाख डालर) आवंटित किए हैं।