काठमांडू। भारत के पड़ोसी देश नेपाल में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजकर 59 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई। हालांकि, खबर लिखे जाने तक किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है।
नेपाल: भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र
नेपाल भूकंप के खतरनाक जोन में स्थित है और इसे दुनिया के सबसे सक्रिय टेक्टोनिक जोन में गिना जाता है। यह इलाका अक्सर भूकंपीय गतिविधियों का सामना करता है। वैज्ञानिक रिपोर्टों के अनुसार, नेपाल भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में शामिल है। समय-समय पर यहां स्थिति बिगड़ने पर अलर्ट जारी किया जाता है।
कैसे आता है भूकंप?
भूकंप धरती के अंदर स्थित टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराने से आता है। भू-विज्ञान के विशेषज्ञों के अनुसार, धरती कुल 12 टेक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। ये प्लेटें धीमी गति से हर साल 4-5 मिमी तक खिसकती रहती हैं। इस प्रक्रिया में जब प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो एक बड़ी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो भूकंप का कारण बनती है।
नेपाल में भूकंप का आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इसे लेकर प्रशासन और स्थानीय लोग हमेशा सतर्क रहते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे इलाकों में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है।