दिल्ली-एनसीआर से सटे नोएडा में शनिवार सुबह धरती अचानक कांप उठी। सुबह 8:05 बजे नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई, जबकि इसका केंद्र नोएडा से 72 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में रहा।
भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई, जिससे झटकों की तीव्रता सतह पर हल्के से मध्यम स्तर तक रही। झटकों के बाद नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली के कुछ हिस्सों में लोगों ने अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकलना शुरू कर दिया। हालांकि, किसी प्रकार की दहशत या अफरातफरी की स्थिति नहीं बनी और न ही जान-माल के नुकसान की कोई सूचना सामने आई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप का संभावित केंद्र उत्तराखंड की ओर हिमालयी क्षेत्र में रहा, जो पहले से ही एक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र माना जाता है। दिल्ली-एनसीआर सीस्मिक जोन-4 में आता है, जहां समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं।
गौरतलब है कि बीती रात पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे, जिससे पूरे क्षेत्र में भूकंपीय हलचल की आशंका और सतर्कता बढ़ गई है। नोएडा में हाल के महीनों में यह दूसरा भूकंप है, जिसने एक बार फिर भूकंप सुरक्षा उपायों की गंभीरता को उजागर कर दिया है।