मिरर मीडिया : रेलवे अस्पताल में शुक्रवार को स्वास्थ्य कर्मी बसंत उपाध्याय के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद अवसाद में जाने के साथ उनका स्वास्थ्य बिगाड़ गया जिसको लेकर ईसीआरकेयू ने आक्रोश जताया है।
पीड़ित बसंत उपाध्याय से मिली ईसीआरकेयू की टीम
इस बाबत ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पाण्डेय, अपर महामंत्री एवं धनबाद मंडल पी एन एम प्रभारी मो ज़्याऊद्दीन व केन्द्रीय पदाधिकारियों तथा धनबाद के शाखा सचिवों और सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ धनबाद के असर्फी अस्पताल जाकर पीड़ित बसंत उपाध्याय तथा उनके परिवार जनों से मिलकर उनसे घटना और स्वास्थ्य की जानकारी ली।

मो ज़्याऊद्दीन ने बताया कि पीड़ित कर्मचारी अपने साथ हुए इस प्रकार के व्यवहार से मानसिक रूप से काफी आहत है। मानसिक संताप के कारण उसकी तबियत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि घटना के दिन एक जांच प्रक्रिया के लिए वे चोपन में थे तथा अध्यक्ष पाण्डेय जी पटना में एक बैठक में थे। उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी तुरंत ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पांडेय तथा महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव को दी गई। दोनों नेतृत्व ने सबसे पहले बीमार बसंत उपाध्याय को संभालने के निर्देश दिए और बताया कि इस संबंध में मुख्यालय स्तर पर वार्ता की जा रही है। तबतक धनबाद में ईसीआरकेयू के सदस्यों ने त्वरित सक्रियता के साथ उनके बेहतर इलाज के लिए असर्फी अस्पताल भिजवाया।
घटना अनपेक्षित तथा दु:खद
उधर केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पाण्डेय ने इस घटना को अनपेक्षित तथा दु:खद बताया है। उनके दिशा निर्देश पर यूनियन के सक्रिय सदस्यों के साथ मो ज़्याऊद्दीन अपर महामंत्री, सहायक महामंत्री ओमप्रकाश तथा केन्द्रीय कोषाध्यक्ष ओ पी शर्मा धनबाद मंडलीय अस्पताल पहुंचे और मौके पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों से मिलकर उनकी चिंता दूर करने का प्रयास किया।

सभी भयमुक्त होकर अपनी डियूटी करें
उन्होंने कर्मियों को उचित सम्मान के साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि सभी भयमुक्त होकर अपनी डियूटी करें। ईसीआरकेयू रेलकर्मियों के सुख दुःख में हमेशा भागीदार रहा है। आगे भी अपनी इस नैतिक जिम्मेदारी का पूरे समर्पण के साथ निर्वहन करेगा।
इसके बाद दोपहर को ईसीआरकेयू धनबाद वन शाखा में यूनियन के सदस्यों की आपात बैठक में उपस्थित सदस्यों ने घटना के प्रति अपना कड़ा आक्रोश जताया तथा आगे की रणनीति पर चर्चा विचार किया। भविष्य में किसी भी रेलकर्मी के साथ ऐसा व्यवहार न हो इसके लिए रेल प्रशासन को संयमित रहने की भी आवश्यकता बताई गई।
सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि बसंत उपाध्याय को उनके कर्तव्य निष्ठा के लिए इस प्रकार प्रताड़ित किए जाने की जगह पर पुरुस्कृत किया जाना चाहिए था। पीड़ित रेलकर्मी सहित सभी विभागों के रेलकर्मियों को सम्मान और न्याय दिलाने के लिए ईसीआरकेयू के सभी सदस्यों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि केन्द्रीय अध्यक्ष श्री डी के पाण्डेय द्वारा जो भी निर्देश मिलेगा उसका अक्षरशः पालन किया जाएगा।
गौरतलब है कि धनबाद के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा की पत्नी रेलवे अस्पताल में दंत रोग विशेषज्ञ से चेकअप कराने आई थी। चप्पल उतार कर अंदर जाने की कर्मचारी की यही बात मैडम को नागवार गुजरा और वापस लौट कर उन्होंने डीआरएम को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद बुलाकर कर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया गया था।