Jarkhand सरकार में मंत्री बादल पत्रलेख एवं मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक सह मंत्री हफीजुल हसन को ED के समन वाली खबर झूठी फैलाई गई है। इसे लेकर शुक्रवार को कांग्रेस-झामुमो के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने झारखण्ड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिलकर निशिकांत दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस के संगठन महासचिव अमुल्य नीरज खलखो, प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता कमल ठाकुर भी शामिल थे।
दरअसल प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत दर्ज करते हुए कहा है कि कि 23 मई को गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे द्वारा गोड्डा संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत जरमुण्डी विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक सह कृषि मंत्री झारखण्ड सरकार बादल पत्रलेख एवं मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक सह मंत्री हफीजुल हसन को ईडी का समन दिये जाने संबंधी बयान दिया गया है। जो बिल्कुल गलत है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ED द्वारा इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी बावजूद इसके
इस फेक न्यूज़ को कुछ न्यूज चैनलों द्वारा प्रकाशित भी की गई। सच यह है कि बादल पत्रलेख एवं हफीजुल हसन को ED द्वारा कोई समन नहीं दिया गया है।
भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे द्वारा एक सोची-समझी साजिश के तहत चुनाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की नीयत से मतदाताओं के बीच बादल पत्रलेख एवं हफीजुल हसन को भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए गलत खबर प्रमुखता से प्रसारित की गयी। क्यूंकि बादल पत्रलेख एवं हफीजुल हसन गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अन्तर्गत जरमुण्डी एवं मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के चुने हुए विधायक सह मंत्री हैं। गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की जनता के बीच ये काफी लोकप्रिय है।
इसके साथ ही इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और झामुमो के प्रति गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की जनता के बीच नकारात्मक छवि बनाने की साजिश रची गयी।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से आग्रह किया कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए निशिकांत दुबे पर चुनाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने तथा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में कानूनी कार्रवाई की जाय।