मिरर मीडिया : ED ने अवैध खनन मामले में साहिबगंज डीसी से सात घंटे तक पूछताछ की। सोमवार को ED के अधिकारीयों ने सवालों की सूची पहले से तैयार कर के रखी थी। हालांकि सूत्रों कि माने तो डीसी ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जबकि डीसी रामनिवास यादव के जबाव से अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए।
शाम लगभग 7 बजे उन्हें इडी ने छोड़ दिया और फिर उन्हें एक बार फिर 6 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
गौरतलब है कि इडी द्वारा राज्य में अवैध खनन को लेकर लगातार जांच कर रही है। वहीं 1000 करोड़ के अवैध खनन घोटाले में साहिबगंज डीसी की संलिप्तता मानी जा रही है। इसी क्रम में इडी ने रामनिवास को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
पूछे गए सवालों के अनुसार सूत्रों कि माने तो उनसे पूछा गया कि
👉🏻वे कब से साहिबगंज के डीसी हैं?
👉🏻अवैध पत्थर घोटाले की जानकारी उन्हें है या नहीं है?
👉🏻डीसी के रूप में उन्होंने रोकने के लिए क्या कदम उठाया?
👉🏻कितने एफआइआर दर्ज करने की अनुशंसा की?
👉🏻जहां से पत्थर का अवैध उत्खनन हो रहा था, उन इलाकों में हुए कब-कब जांच के लिए गये?
👉🏻 बरहेट के झामुमो नेता और विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से उनके किस तरह के रिश्ते हैं?
👉🏻एक अधिकारी के रूप में न्यायिक हिरासत में चल रहे पंकज मिश्रा से उन्होंने फोन पर क्यों बात की?
जबकि सूत्रों के मुताबिक डीसी गंगा नदी में अवैध स्टोन चिप्स से लदे जहाज डूबने के मामले में भी सवाल पूछे जाने पर उलझ गए।
इसके अलावे भी ऐसे कई सारे सवाल डीसी से पूछे गए थे। हालांकि बहुत सारे सवालों के जवाब में हिचकिचाएं और ज्यादातर सवालों का जवाब में नहीं मालूम में कह कर दिया या टाल दिए