झारखंड ऊर्जा विभाग के अलग-अलग बैंक खातों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी निकासी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईसीआईआर दर्ज कर ली है। ED इस मामले की गहन जांच करेगी। यह मामला तब प्रकाश में आया जब झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (जेटीडीसी) के नाम पर फर्जी खाता खोलकर उसमें 10.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। इस फर्जीवाड़े को लेकर धुर्वा थाना में गिरजा प्रसाद, आलोक कुमार और अमरजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायत
तीन अक्टूबर को झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के जीएम फाइनेंस द्वारा 10.4 करोड़ रुपये और झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट द्वारा नौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज कराई गई थी। इसके अगले ही दिन, चार अक्टूबर को झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड ने 40.5 करोड़ रुपये और विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट ने 56.5 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी की शिकायत भी इसी पोर्टल पर दर्ज करवाई।
ED करेगी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
ED ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही इस घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों और धन के स्रोतों की जांच की जाएगी। इस घोटाले से जुड़े सभी खातों और लेन-देन की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सके।