रामगढ़।
जिला प्रशासन रामगढ़ द्वारा चलाए जा रहे आपदा मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम के आठवें दिन सोमवार को बड़ी संख्या में मास्टर ट्रेनरों ने भाग लिया। 4 जुलाई से 15 जुलाई 2025 तक चल रहे इस विशेष प्रशिक्षण में 3000 आपदा मित्रों को तैयार किया जा रहा है, जो आगे अपने-अपने क्षेत्रों में 2 लाख लोगों को जीवन रक्षक तकनीकों का प्रशिक्षण देंगे।
स्वास्थ्य आपातकाल के लिए विशेष ट्रेनिंग
सोमवार को टाउन हॉल रामगढ़ में आयोजित प्रशिक्षण सत्र में डॉक्टरों ने CPR (हार्ट अटैक के दौरान जीवन रक्षक प्रक्रिया), चोकिंग, ब्लीडिंग, जलने, फ्रैक्चर, वज्रपात, डूबना, शॉक, सांप के काटने एवं दुर्घटना जैसी परिस्थितियों में तुरंत की जाने वाली मदद के बारे में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल अभ्यास भी कराया गया ताकि वे आपातकालीन स्थिति में बिना घबराए सही कदम उठा सकें। प्रशिक्षण में डॉ. पल्लवी कौशल, डॉ. नीतिश कुमार और डॉ. कमलेश कुमार ने ऑडियो-विजुअल माध्यम से जीवन रक्षा के उपाय सिखाए।
उप विकास आयुक्त ने बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम में उपस्थित उप विकास आयुक्त आशिष अग्रवाल ने कहा कि यह प्रशिक्षण आम जनता को आपदा की घड़ी में सशक्त बनाएगा। उन्होंने उपायुक्त द्वारा की गई इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आपदा मित्रों की यह टीम पूरे जिले में जीवन रक्षक स्किल्स को आम लोगों तक पहुंचाएगी।
उन्होंने प्रशिक्षुओं से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार की शंका को प्रशिक्षण के दौरान ही स्पष्ट कर लें ताकि वे अपने क्षेत्र में बेहतर तरीके से मदद कर सकें।
2 लाख लोगों को मिलेगा जीवन रक्षक प्रशिक्षण
जिला प्रशासन ने बताया कि 15 जुलाई तक 3000 आपदा मित्रों को तैयार कर उन्हें मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा। ये मास्टर ट्रेनर पूरे जिले में 2 लाख लोगों को आकस्मिक परिस्थितियों में फर्स्ट एड और CPR देने का प्रशिक्षण देंगे।
आखिर में उप विकास आयुक्त ने प्रशिक्षित आपदा मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
रामगढ़ में चल रहा यह प्रशिक्षण अभियान राज्य के लिए एक मिसाल बन रहा है।

