करंट से फिर हुई हाथी की मौत, वन्यजीव संरक्षण पर उठे सवाल, वन विभाग चलाएगा जागरूकता अभियान

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर : ओडिशा के क्योंझर जिले में एक दुखद घटना में, अवैध रूप से लगाई गई बिजली की बाड़ से करंट लगने के कारण एक 10 वर्षीय मादा हाथी की मौत हो गई। यह घटना तेलकोई रेंज के रानीबेड़ा बीट में हुई। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों- गणेश्वर जुआंग, इंद्र जुआंग और गोकुल जुआंग को गिरफ्तार किया है।

जांच में पता चला कि गोकुल जुआंग ने अपनी फसल को जानवरों से बचाने के लिए 1800 रुपये में पांच किलो जीआई तार खरीदकर घर से एलटी करंट प्रवाहित किया था। घटना के बाद, आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए तार हटा दिए थे। हालांकि, पुलिस की पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

डीएफओ धनराज एचडी, टीपीएनओडीएल के कार्यपालक अभियंता और अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। डीएफओ ने बताया कि फसलों को बचाने के लिए इस तरह की अवैध और खतरनाक बिजली की बाड़ लगाना जानलेवा हो सकता है, जिससे न केवल वन्यजीवों, बल्कि इंसानों की जान को भी खतरा है।

वन्यजीव संरक्षण के लिए अभियान

इस घटना के बाद, वन विभाग ने हाथियों और अन्य वन्यजीवों के संरक्षण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है। इसके साथ ही, ग्रामीणों को पंजीकृत सौर बाड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में करंट लगने से हाथी की मौत हुई है। पिछले चार सालों में, क्योंझर और आसपास के जिलों में पांच से ज़्यादा हाथियों की जान जा चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि हाथियों के प्राकृतिक गलियारों के बाधित होने और भोजन की तलाश में उनके गांवों की तरफ आने से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस समस्या को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने और ग्रामीणों को वैकल्पिक समाधानों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।

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