डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत ओडिशा के सागरा-सोनाखान स्टेशनों के बीच गुरुवार सुबह 4:50 बजे एक बड़ा हादसा हुआ। भुवनेश्वर-धनबाद स्पेशल ट्रेन (नंबर 02832) ने एक हाथी को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे हाथी बुरी तरह घायल हो गया। 10 घंटे तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद दोपहर 2:50 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि हाथी ट्रैक से उछलकर दूसरी लाइन पर जा गिरा। हादसे के तुरंत बाद, रेल प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दो घंटे के लिए अप, डाउन और थर्ड लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में दोपहर 3 बजे से इन लाइनों पर सामान्य परिचालन बहाल किया गया।
वन विभाग पर उठे सवाल
इस दुखद घटना के लिए वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वन विभाग ने रेलवे को इस क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही के बारे में कोई सूचना नहीं दी थी। यह इलाका एलिफेंट जोन के रूप में चिन्हित है और यहां वन कर्मियों की पहरेदारी भी रहती है। अगर समय रहते सूचना मिल जाती तो ट्रेन के ड्राइवर को सतर्क किया जा सकता था और इस हादसे को टाला जा सकता था। सूचना के अभाव में, ट्रेन अपनी सामान्य गति से चल रही थी, जिससे ड्राइवर को अचानक सामने आए हाथी को देखकर ब्रेक लगाने का मौका नहीं मिला।
बचाव कार्य में रेलवे की मशक्कत
हादसे के बाद बंडामुंडा से 140 टन की एक क्रेन और एक स्पेशल बीएफएमएस कोच मौके पर भेजा गया। हाथी को क्रेन की मदद से उठाकर बीएफएमएस कोच में रखा गया और सागरा स्टेशन यार्ड लाया गया, जहां वन विभाग के डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उसे बचाया नहीं जा सका।