भारत में तुर्की उत्पादों का व्यापक बहिष्कार: एविएशन से लेकर चॉकलेट और फलों तक पर असर

KK Sagar
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तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद भारत में तुर्की उत्पादों और सेवाओं का व्यापक बहिष्कार शुरू हो गया है। इस बहिष्कार में एविएशन, खाद्य पदार्थ, फैशन, पर्यटन और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है।

✈️ एविएशन सेक्टर में बड़ा झटका

भारत के नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। इस निर्णय के बाद, सेलेबी के साथ काम करने वाले 9 एयरपोर्ट में से अधिकांश ने कंपनी के साथ संबंध तोड़ लिए हैं। इसके अलावा, एयर इंडिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इंडिगो और तुर्की एयरलाइंस के बीच लीजिंग समझौते को समाप्त करने की मांग की है, जिसमें सुरक्षा और व्यावसायिक चिंताओं का हवाला दिया गया है।

🧳 पर्यटन और ट्रैवल इंडस्ट्री पर असर

MakeMyTrip ने बताया है कि तुर्की और अज़रबैजान के लिए उड़ान बुकिंग में 60% की गिरावट आई है, जबकि रद्दीकरण में 250% की वृद्धि हुई है। EaseMyTrip ने भी तुर्की और अज़रबैजान के लिए बुकिंग को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, कई टूर ऑपरेटरों ने तुर्की को अपने यूरोपीय पैकेजों से हटा दिया है।

🍫 खाद्य और फैशन उत्पादों का बहिष्कार

भारतीय खुदरा विक्रेताओं और उपभोक्ताओं ने तुर्की के चॉकलेट, कॉफी, जैम, स्किनकेयर उत्पादों और फैशन ब्रांड्स जैसे Trendyol, LC Waikiki, Mavi और Koton का बहिष्कार शुरू कर दिया है। Flipkart के Myntra और Reliance के AJIO ने इन ब्रांड्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है।

🍎 फलों और अन्य उत्पादों पर असर

प्रयागराज और गाज़ियाबाद के व्यापारियों ने तुर्की से सेब और अन्य फलों का आयात बंद कर दिया है, जिससे स्थानीय और अन्य देशों से आयातित फलों की मांग बढ़ गई है। इसके अलावा, तुर्की के संगमरमर, चॉकलेट और गहनों का भी बहिष्कार किया जा रहा है।

🎓 शिक्षा और सांस्कृतिक संबंधों में कटौती

जामिया मिलिया इस्लामिया और शारदा यूनिवर्सिटी ने तुर्की के शैक्षणिक संस्थानों के साथ अपने समझौते निलंबित कर दिए हैं। इसके अलावा, भारतीय फिल्म निर्माताओं को तुर्की में शूटिंग से बचने की सलाह दी गई है।

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