डॉन योजना के तहत नशा मुक्ति की व्यापक मुहिम
धनबाद। नालसा व झालसा के तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) वीरेंद्र कुमार तिवारी के निर्देश पर जिले को नशामुक्त बनाने के लिए डॉन योजना के तहत एक विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य समाज को नशा मुक्त बनाना और बच्चों को सुरक्षित एवं स्वस्थ भविष्य देना है।
रेलवे स्टेशन से दो नाबालिगों का सफल रेस्क्यू
इसी अभियान के अंतर्गत बुधवार को डालसा और चाइल्ड हेल्पलाइन की संयुक्त टीम ने धनबाद रेलवे स्टेशन से नशे की हालत में पाए गए दो नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया। बच्चों की स्थिति को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की गई।
चिकित्सकीय जांच के बाद सीडब्ल्यूसी को सौंपा गया
रेस्क्यू किए गए दोनों बच्चों को तुरंत धनबाद सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। इस प्रक्रिया में अधिकार मित्र नवीन कुमार, सीता कुमारी, हेमराज चौहान, मनोज कुमार एवं चाइल्डलाइन की स्मिता कुमारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जांच के बाद दोनों बच्चों को सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति), धनबाद को सौंप दिया गया।
अब तक दर्जनों बच्चों को मिल चुका है नया जीवन
डालसा सचिव मयंक तुषार टोपनो ने जानकारी दी कि डॉन योजना के तहत अब तक दर्जनों नशाग्रस्त बच्चों को रेस्क्यू किया जा चुका है। इन बच्चों को सहयोग विलेज, बोकारो में आवासित किया गया है, जहां वे पुनर्वास प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। इनमें से कई बच्चों ने नशा छोड़कर शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया है।
सामूहिक प्रयास से बच्चों को नया भविष्य
इस पूरे अभियान में डालसा सहायक अरुण कुमार, सौरभ सरकार, राजेश कुमार सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन की स्मिता कुमारी, लकी देवी, विकास कुमार, सुषमा एवं अन्य सहयोगियों का विशेष योगदान रहा। इन प्रयासों से यह संभव हो पाया कि दोनों बच्चों को समय रहते बचाया जा सके और उनका भविष्य संवर सके।
निरंतर जारी रहेगा ‘हर बच्चा खास है’ का संकल्प
डालसा की पूरी टीम ‘हर बच्चा खास है’ के संदेश के साथ लगातार इस मुहिम को आगे बढ़ा रही है। सचिव ने स्पष्ट किया कि यह अभियान रुकने वाला नहीं है, बल्कि इसे और भी तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा ताकि हर जरूरतमंद बच्चे को सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन मिल सके।