डिजिटल डेस्क।जमशेदपुर: गुरुवार देर रात जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले युवक मोहम्मद तौकीर उर्फ गोरा की ताबड़तोड़ गोली मारकर और धारदार हथियार से हमला कर नृशंस हत्या कर दी गई। शुरुआती जांच में यह मामला व्यक्तिगत रंजिश और गैंगेस्टरों के बीच पुरानी अदावत से जुड़ा बताया जा रहा है।

कौन था मृतक मोहम्मद तौकीर?
मृतक मोहम्मद तौकीर, जो ब्लॉक नंबर दो का निवासी था, वह सिर्फ एक आम युवक नहीं था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह कुख्यात गैंगस्टर अखिलेश सिंह के करीबी सहयोगी हरीश सिंह का साथी था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि तौकीर तीन माह पहले ही हाईकोर्ट से जमानत पर जेल से बाहर आया था। वह घाघीडीह जेल में एक अन्य कैदी मनोज सिंह की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में सजायाफ्ता था।
अपराधियों का दुस्साहस: 11 वार, सरेआम हत्या
यह हत्या जमशेदपुर में अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस को दर्शाती है। घटना कदमा के शास्त्री नगर मस्जिद के पीछे मैदान में घटी, जब तौकीर पैदल ही पार्टी में जाने के लिए निकला था। बताया जा रहा है कि 5 से 6 की संख्या में बाइक सवार अपराधी आए थे। उसके शरीर पर आठ गोलियों के निशान मिले हैं, जबकि सिर पर तीन जगह धारदार हथियार (चापड़) से हमला किया गया। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि, अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों ने सीधा आरोप कुख्यात अपराधी सलमान और मानगो के बिल्ला पर लगाया है। यह आरोप इस हत्या के तार को जमशेदपुर के स्थानीय आपराधिक समूहों के बीच वर्चस्व की लड़ाई से जोड़ रहा है।
क्या पुलिस को थी तलाश?
सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने बताया कि युवक तीन माह पहले जेल से बाहर निकला था और कदमा पुलिस उसे चापड़बाजी के एक पुराने मामले में तलाश कर रही थी। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है और क्षेत्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बदमाशों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।

