मिरर मीडिया : धनबाद जिले के धैया स्थित जीएमएस स्कूल में दो शिक्षकों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है जिसके बाद विद्यालय में शिक्षक के कार्यशैली पर सवाल उठना लाज़मी है। आलम ये है कि एक शिक्षक बच्चों का भविष्य संवारता है। विद्यालय में बच्चों व सहकर्मी के साथ व्यवहार भी बेहद शालीनता का होना चाहिए जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चें सही सिख ले पर जब शिक्षक ही गुंडे जैसी हरकत करेंगे तो छात्रों का भला क्या होगा?
आपको बता दें कि धनबाद जिले के शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जीएमएस धैया के स्कूल में शनिवार को घटी। जहां दो पदस्थापित 2 शिक्षकों के बीच नाबालिग छात्र-छात्राओं के सामने मारपीट की घटना घटी। जिसमें राज कुमार वर्मा नामक शिक्षक का सर फटा। वही घायल शिक्षक ने बताया कि वह स्कूल के असिस्टेंट टीचर है। वह शुक्रवार को स्कूल के चार्ज में थे। इसी दौरान चंद्रदेव राणा नामक शिक्षक देर से स्कूल पहुंचे और रजिस्टर पर अपनी हाजिरी सुबह का दर्शाते हुए बनाया। जिसे उन्होंने जांच के दौरान देखा तो उन्होंने विरोध किया। जिसके बाद आरोपी शिक्षक ने उनके साथ छात्र-छात्राओं के सामने जमकर मारपीट किया। जिससे उनका सिर फट गया।
वही स्कूल की छात्राएं भी आरोपी शिक्षक के बारे में काफी आपत्तिजनक आरोप लगाती दिखी। इस घटना के बाद घायल शिक्षक ने लिखित शिकायत दर्ज कराया है। साथ ही कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के सामने धरना देने की बात मीडिया को बताया।
दूसरी ओर आरोपी शिक्षक चंद्र देव राणा ने बताया कि उन्होंने किसी शिक्षक के साथ मारपीट नहीं किया है। शिक्षक राजकुमार वर्मा द्वारा उनके साथ मारपीट की गई है और मनमाने तरीके से उनकी हाजिरी के समक्ष रजिस्टर में कमेंट लिखा गया था।