4214 दवा प्रशासकों द्वारा 290 पर्यवेक्षकों की निगरानी में लोगों को खिलाई जाएगी दवा
मिरर मीडिया : आगामी 7 मार्च से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के तहत फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले के 26 लाख 48 हजार 587 लोगों को फाइलेरिया की दवा निःशुल्क खिलाई जाएगी। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत 7 मार्च से की जाएगी। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिले में 1158 गांव में 2180 बूथ स्थापित किए गए हैं। जहां 4214 दवा प्रशासकों द्वारा 290 पर्यवेक्षकों की देखरेख में लोगों को आमने सामने दवा खिलाई जाएगी। सभी आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व वार्ड कार्यालय को बूथ के रूप में चिह्नित किया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, केयर एवं पीसीआई सहयोग कर रहा है।
8 मार्च से 12 मार्च तक छुटी हुई आबादी को घर-घर जाकर दवा का सेवन कराया जाएगा। एक दिन में 30-35 घर में दवा प्रशासक द्वारा अपने सामने दवा का सेवन कराया जाएगा। दवा खिलाने के बाद प्रत्येक व्यक्ति के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में मार्कर पेन से मार्किंग के साथ-साथ सभी घरों में दीवाल लेखन भी किया जाएगा।
आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए जिला स्तरीय क्विक रिस्पांस टीम एवं प्रखंड स्तरीय क्विक रिस्पांस टीम का गठन चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में किया गया है।
इस तरह से दी जाएगी दवा की खुराक
1 से 2 साल तक के बच्चे को एल्बेंडाजोल की आधी गोली (200 एमजी) पानी में घोलकर दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक को डीईसी की एक गोली (100 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली (400 एमजी)। 6 वर्ष से 14 वर्ष तक डीईसी की 2 गोली (200 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली। 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली 300 (एमजी) एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी।
इन्हें नहीं दी जाएगी दवा
एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जाएगी। खाली पेट दवा का सेवन नही करना है।