झरिया में बिहार के कुख्यात अपराधी और सुपारी किलर प्रेम यादव की फिल्मी स्टाइल में हुई हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। सामने आए सीसीटीवी फुटेज से साफ दिख रहा है कि यह वारदात किसी साधारण अपराधी की नहीं, बल्कि पेशेवर शार्प शूटरों की प्लानिंग का नतीजा है।
भीड़भाड़ वाले इलाके में दो गोली, और प्रेम यादव ढेर

प्रेम यादव जिस इलाके में मारा गया, वह बेहद भीड़भाड़ वाला है।
फिर भी तीन अपराधी बाइक से आए और बीच में बैठे शूटर ने सिर में दो गोलियाँ दाग दीं।
वारदात इतनी तेज़ी से हुई कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही प्रेम यादव जमीन पर गिर चुका था और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जांच में बड़ा खुलासा : मृतक कोई साधारण व्यक्ति नहीं, बिहार का मोस्ट वांटेड था
शुरुआत में पुलिस को मृतक की पहचान नहीं मिल पा रही थी।
लेकिन जब उसके आईफोन की जांच की गई तो पता चला कि वह बिहार के छपरा का रहने वाला प्रेम यादव है।
जब धनबाद पुलिस ने छपरा पुलिस से संपर्क किया तो सामने आया कि:
वह एक शातिर सुपारी किलर था
उसके खिलाफ 17 से ज्यादा केस दर्ज थे
बिहार व यूपी में उसकी गैंग सक्रिय थी
2 अक्टूबर के दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी था प्रेम यादव
पुलिस ने खुलासा किया कि प्रेम यादव ही वह आरोपी है जिसने जलालपुर चौक पर
राहुल पांडे और सूरज पांडे की गोली मारकर हत्या की थी।
दोनों को सिर में गोली मारी गई थी—ठीक उसी तरह जैसे झरिया में प्रेम यादव की हत्या की गई।
बिहार पुलिस की दबिश के बाद झरिया में छिपा था
सूत्रों के अनुसार, बिहार पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद प्रेम यादव एक महीने से झरिया में शरण लिए हुए था।
यहां वह खुद को एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का कर्मचारी बताता था।
लेकिन आखिर उसे पनाह किसने दी? पुलिस अब इसी कड़ी को पकड़ने में जुटी है।
मिनट-दर-मिनट वारदात ऐसे हुई
प्रेम यादव एक साधारण होटल में खाना खा रहा था
अपराधी उसकी टोह में थे और मौके का इंतजार कर रहे थे
होटल से निकलते ही वह कतरास मोड़ की ओर पैदल बढ़ा
तभी बाइक से आए तीन शूटर उसके बराबर पहुंचे
बीच में बैठे शूटर ने सीधे सिर पर दो गोलियाँ मार दीं
अपराधी तेज रफ्तार में धनबाद की ओर भाग निकले
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूरी घटना कुछ ही सेकेंड में खत्म हो गई।
कौन दे रहा था प्रेम यादव को पनाह? किसने लीक की लोकेशन?
चूंकि हत्या का तरीका बेहद प्रोफेशनल है, पुलिस का मानना है कि:
शूटर कई दिनों से झरिया में रह रहे थे
प्रेम यादव की पूरी दिनचर्या की निगरानी की गई
उसकी लोकेशन किसी अंदरूनी स्रोत से लीक की गई होगी
पुलिस अब तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान में जुटी है।
कुल मिलाकर, प्रेम यादव की हत्या एक सोची-समझी गैंगवार का नतीजा है, जिसमें दुश्मनों ने उसे बेहद प्लानिंग के साथ दो गोलियों में खत्म कर दिया।

