मुसाबनी जमशेदपुर: अंधविश्वास के अंधेरे ने एक बार फिर दो निर्दोष महिलाओं की जान ले ली। मुसाबनी थाना क्षेत्र के श्रीमतडीह गांव (पारुलिया टोला) में डायन बताकर दो महिलाओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उनके शवों को गांव के पास दफना दिया गया। पुलिस ने इस जघन्य कांड में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ऋषभ गर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मारी गई महिलाओं की पहचान पंगेला पूर्ति और चोको बोदरा के रूप में हुई है। यह घटना 14 मई को हुई थी, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना 18 मई को मिली। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की।

जांच के दौरान यह सामने आया कि घटना वाले दिन इन महिलाओं को पोगला पूर्ति और अन्य ग्रामीणों के साथ देखा गया था। जब पुलिस ने पोगला पूर्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपराध स्वीकार करते हुए हत्या में शामिल अन्य लोगों के नाम भी उजागर कर दिए।
पूछताछ में पोगला पूर्ति ने बताया कि गांव के सोमा बोदरा की 10 वर्षीय बेटी श्रीदेवी बोदरा की 26 अप्रैल को मौत हो गई थी, और उन्हें शक था कि यह मौत पंगेला और चोको के टोटके या जादू-टोना की वजह से हुई है। इसी अंधविश्वास में उन्होंने दोनों महिलाओं की हत्या कर शवों को गांव के पास दफना दिया।फिलहाल पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने इस मौके पर आम लोगों से अपील की कि वे डायन-भूत के झूठे भ्रम और अंधविश्वास से दूर रहें, और किसी भी संदेहजनक परिस्थिति में कानून का सहारा लें। उन्होंने चेताया कि ऐसी घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।