मिरर मीडिया : दशकों वर्ष पूर्व अटलांटिक महासागर में डूबे टाइटैनिक जहाज को देखने गए पांच पर्यटकों की मौत की खबर सामने आई है।
बता दें कि पनडुब्बी समेत पांच लोग रविवार से ही गायब थे जिन्हें तलाशने के लिए उत्तरी अटलांटिक महासागर में सर्च अभियान चलाया गया और अब उन सबों की मौत की खबर सामने आई है।
टाइटैनिक के मलबे तक के सफर को कंपनी साल 2021 से संचालित कर रही है इसकी लागत प्रति व्यक्ति $250,000 है। हालांकि ओशनगेट के समुद्री संचालन के पूर्व प्रमुख ने टाइटन की सुरक्षा को लेकर 2018 में भी सवाल उठाए थे।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक 18 जून यानी रविवार को ओशनगेट कंपनी की पनडुब्बी में सवार होकर पांच लोग 110 साल पहले डूबे टाइटैनिक जहाज को देखने यात्रा पर निकले थे। लेकिन यात्रा शुरु होने के 2 घंटों बाद ही इस पनडुब्बी का संपर्क सतह से टूट गया था।
सूत्रों कि माने तो पनडुब्बी में सिर्फ चार दिन का ही ऑक्सीजन था। बता दें कि टाइटैनिक के मलबे तक जाने, उसको देखने और वापस आने के सफर में करीब आठ घंटे का समय लगता है।
इधर एक रिपोर्ट के मुताबिक पांच लोगों समेत लापता पनडुब्बी को तलाशने के लिए उत्तरी अटलांटिक महासागर में सर्च ऑपरेशन चलाया गया और इस दौरान एक्सपर्ट्स ने जानकारी दी थी कि हालांकि सर्च टीम को टाइटैनिक के पास ही इस पनडुब्बी का मलबा मिला। जबकि यूएस कोस्ट गार्ड की माने तो टाइटैनिक के सदियों पुराने मलबे को देखने के लिए पांच लोगों को ले जा रही पनडुब्बी में भयावह विस्फोट हो गया था, जिसके बाद उसका मलबा मिला है। वहीं बिस्फोट के बाद इसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई।
बता दें कि हादसे का शिकार टाइटन पनडुब्बी में सवार सभी पांचों लोग जाने-माने अरबपति थे। इसमें ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग, और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट शामिल थे।