डिजिटल डेस्क। रांची: झारखंड सरकार ने झारखंड स्थापना दिवस 2024 (15 नवंबर 2024) के अवसर पर राज्य के 40 पुलिस अधिकारियों और जवानों को पदक से सम्मानित करने की घोषणा की है। इस वर्ष के विधानसभा चुनाव के कारण इन पदकों की घोषणा में थोड़ी देरी हो गई थी। इस सम्मान समारोह में तीन पुलिस अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए झारखंड राज्यपाल पदक से नवाजा जाएगा, जबकि छह पुलिस अधिकारियों और जवानों को उनकी वीरता के लिए झारखंड मुख्यमंत्री पदक मिलेगा। इसके अतिरिक्त, 31 अधिकारियों और जवानों को उनकी सराहनीय सेवा के लिए झारखंड पुलिस पदक से अलंकृत किया जाएगा।
विशिष्ट सेवा के लिए झारखंड राज्यपाल पदक
- प्रभात कुमार (आइजी विशेष शाखा)
- एएसआइ श्याम कुमार (देवघर जिला बल)
- एएसआइ मोहम्मद नौशाद अली (बोकारो जिला बल)
वीरता के लिए झारखंड मुख्यमंत्री पदक
- नरेंद्र कुमार सिंह (तत्कालीन डीआइजी हजारीबाग, वर्तमान आइजी मानवाधिकार, रांची)
- राकेश रंजन (तत्कालीन एसपी चतरा, वर्तमान एसपी चाईबासा)
- प्रकाश सोय (डीएसपी कोतवाली)
- दारोगा शंकर प्रसाद कुशवाहा (गढ़वा जिला बल)
- दारोगा राजबल्लभ कुमार (गढ़वा जिला बल)
- दारोगा शिवलाल कुमार गुप्ता (गढ़वा जिला बल)
सराहनीय सेवा के लिए झारखंड पुलिस पदक
- सुनील भास्कर (तत्कालीन डीआइजी हजारीबाग, वर्तमान में आइजी पलामू)
- डा. विमल कुमार (एसपी गिरिडीह)
- दीपक कुमार (एएसपी सीआइडी)
- अजय कुमार (एएसपी झारखंड जगुआर)
- राजेश कुमार (एएसपी झारखंड जगुआर)
- मनोज कुमार सिंह (एसपी सीसीआर, हजारीबाग)
- इंस्पेक्टर लव कुमार सिंह (एटीएस, रांची)
- इंस्पेक्टर विनोद कुमार (हजारीबाग)
- इंस्पेक्टर दीपक कुमार (देवघर)
- दारोगा रामाशंकर सिंह (जैप-6, जमशेदपुर)
- दारोगा विनय कुमार सिंह (जैप-6, जमशेदपुर)
- दारोगा अमीर तांती (एसटीएफ, रांची)
- दारोगा जोस पीटर खलखो (एसटीएफ, रांची)
- दारोगा नंद कुमार भगत (एसटीएफ, रांची)
- एएसआइ समीर कुजूर (एसटीएफ, रांची)
- एएसआइ जोनसन सुरीन (एसटीएफ, रांची)
- हवलदार अमित कुमार प्रधान (एसटीएफ, रांची)
- हवलदार संजय कुमार (एसटीएफ)
- हवलदार नीतीश कुमार (एसटीएफ, रांची)
- हवलदार यदु प्रधान (एसटीएफ, रांची)
- हवलदार अमित कुमार (एसटीएफ, रांची)
- चालक हवलदार रंजीत कुमार सिंह (एसटीएफ, रांची)
- चालक हवलदार सुरेश कुमार रजक (एसटीएफ रांची)
- हवलदार सरिता कुमारी (देवघर जिला बल)
- सिपाही रितेश थापा (विशेष शाखा)
- सिपाही सिकंदर हजाम (जैप-2 रांची)
- सिपाही रंजीत कुमार राणा (जैप-2 रांची)
- सिपाही कालेप हांसदा (विशेष शाखा)
- चालक सिपाही वीरेंद्र पासवान (एसटीएफ, रांची)
- सिपाही इरफान अंसारी (विशेष शाखा)
- महिला सिपाही रागनी सिंह (धनबाद जिला बल)
वीरता के लिए झारखंड मुख्यमंत्री पदक से सम्मानित होने वाले आइजी नरेंद्र कुमार सिंह (तत्कालीन डीआइजी हजारीबाग) और तत्कालीन एसपी चतरा राकेश रंजन (वर्तमान में एसपी चाईबासा) के नेतृत्व वाली टीम का चयन उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए किया गया है। इस टीम ने 2 अप्रैल 2023 को चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र में एक भीषण मुठभेड़ में पांच शीर्ष माओवादियों को मार गिराया था।
मारे गए माओवादियों में 25 लाख का इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य गौतम पासवान उर्फ बड़का दा, 25 लाख का दूसरा इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य अजीत उरांव उर्फ चार्लिस उरांव, पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर अजय यादव, पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर संजीत भुईयां और पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर अमर गंझू शामिल थे। इनमें अजीत उरांव उर्फ चार्लिस बिहार रीजनल कमेटी का सचिव भी था। इस मुठभेड़ में दो एके-47, दो इंसास, दो राइफल और भारी मात्रा में आग्नेयास्त्र व विस्फोटक बरामद हुए थे।
इन मारे गए माओवादियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड थे, जिनमें गौतम पासवान के विरुद्ध 100 से अधिक, अजीत उरांव पर 50 से अधिक, अजय यादव पर 12, संजीत उरांव पर 67 और अमर गंझू पर 18 मामले दर्ज थे।
मुठभेड़ के बाद नक्सलियों का आत्मसमर्पण और हथियारों की बरामदगी:
इस सफल मुठभेड़ के बाद, पांच शीर्ष माओवादियों ने आत्मसमर्पण भी किया था। इनमें दस लाख का इनामी जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ टिंगू उर्फ लखन यादव, सब जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ सलीम, पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर सहदेव यादव उर्फ लटन यादव उर्फ सुदर्शन, सब जोनल कमांडर संतोष भुइयां उर्फ सुगन भारती और कैडर सदस्य अशोक बैंगा उर्फ अशोक परहिया शामिल थे।
आत्मसमर्पण करने वाले अमरजीत पर 81, नीरू पर 60, सहदेव यादव पर 53, संतोष भुइयां पर 35 और अशोक बैंगा पर दो नक्सली मामले दर्ज थे। इनकी निशानदेही पर दो एके-56, एक इंसास, एक एसएलआर सहित बड़ी संख्या में हथियार और कारतूस बरामद किए गए थे। इतनी बड़ी उपलब्धि के लिए ही इस पूरी टीम के सदस्यों को वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है।