92 साल में पहली बार IMA देहरादून में महिलाओं की होगी ट्रेनिंग, NDA से आएगा पहला बैच

Uday Kumar Pandey
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डिजिटल डेस्क, मिरर मीडिया: 92 साल में पहली बार देहरादून स्थित इंडियन मिलिटरी अकादमी (IMA) में महिला अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। यह बदलाव सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद हुआ है, जिसमें महिलाओं को नेशनल डिफेंस अकादमी (NDA) के जरिए सेना में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। जुलाई 2025 में जब NDA खड़गवासला से महिला अधिकारियों का पहला बैच ग्रेजुएट होगा, तो उनमें से कुछ को IMA में ट्रेनिंग दी जाएगी।

महिला अधिकारियों को IMA में मिलेगा प्रशिक्षण

एनडीए में ट्रेनिंग ले रही 18 महिलाओं में से 8 ने भारतीय थल सेना को चुना है। ये अधिकारी एक साल तक IMA में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी और फिर उन्हें कमीशन दिया जाएगा। IMA प्रशासन ने महिला अधिकारियों के लिए अलग आवास और बुनियादी सुविधाएं तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि, महिला और पुरुष कैडेट्स को समान प्रशिक्षण देने की योजना है, ताकि उन्हें समान सैन्य अनुभव मिल सके।

OTA और अन्य अकादमियों से लिया जा रहा अनुभव

IMA अधिकारियों ने महिला कैडेट्स के लिए उपयुक्त ट्रेनिंग कार्यक्रम विकसित करने के लिए ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) चेन्नई, एयरफोर्स अकादमी डुंडीगल और नेवल अकादमी का दौरा किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस तरह से पिछले 30 वर्षों से OTA में महिला अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उसी मॉडल को IMA में भी लागू किया जाएगा।

NDA से IMA तक का सफर

महिलाओं को सेना में अधिक अवसर देने के लिए अगस्त 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने NDA परीक्षा में उनके प्रवेश का रास्ता साफ किया था। पहले, महिलाओं को शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) के जरिए कुछ सीमित ब्रांचों में ही भर्ती किया जाता था। अब वे तीनों सेनाओं में स्थायी कमीशन के लिए योग्य होंगी।

वर्तमान में, NDA में 126 महिला कैडेट्स प्रशिक्षण ले रही हैं, और यह पहली बार है जब IMA भी महिलाओं को प्रशिक्षण देने जा रहा है। दो साल पहले महिलाओं को कमांड रोल देने की घोषणा के बाद, 145 महिलाओं को कर्नल पद पर पदोन्नत किया गया, जिनमें से 115 को यूनिट कमांड का जिम्मा सौंपा गया है।

सेना में जाने की प्रक्रिया: NDA परीक्षा से कमीशन तक

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल NDA परीक्षा आयोजित करता है। 12वीं कक्षा में पढ़ रहे या पास कर चुके विद्यार्थी इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं। चयनित उम्मीदवारों को SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट पास करना होता है, जिसके बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर NDA में प्रवेश मिलता है। NDA में तीन साल की ट्रेनिंग के बाद, कैडेट्स को सेना, नौसेना या वायुसेना की अलग-अलग अकादमियों में एक साल की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है।

महिला अधिकारियों के लिए IMA का नया अध्याय

IMA में महिलाओं को प्रशिक्षण देने का निर्णय भारतीय सेना में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कदम आने वाले समय में महिला अधिकारियों को और अधिक महत्वपूर्ण भूमिकाओं में देखने का रास्ता खोलेगा।

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मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।