डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : भारत के घरेलू व्यापार, स्टार्ट-अप इकोसिस्टम, लघु उद्योगों, कारीगरों, एमएसएमई और मेड इन इंडिया उत्पादों को एक साथ राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने स्वदेशी जागरण मंच और देश के प्रमुख संगठनों के साथ मिलकर वर्ष 2026 के मई माह में नई दिल्ली के प्रगति मैदान में देश का अब तक का सबसे भव्य और सबसे बड़ा व्यापारिक आयोजन ‘स्वदेशी मेला 2026′ आयोजित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। गत 25 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित कैट की राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल की एक मीटिंग में केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कैट को स्वदेशी मेला लगाने का सुझाव दिया था।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया कि यह मेला न केवल भारत के व्यापार, उद्योग और कारीगरी की शक्ति को प्रदर्शित करेगा, बल्कि मेड इन इंडिया उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने और भारतीय उद्यमशीलता को नए शिखर तक ले जाने का सबसे बड़ा मंच बनेगा। देशभर के उद्योगों, स्टार्ट-अप्स, महिला उद्यमियों, कारीगरों व छोटे निर्माताओं के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर है कि वे अपने उत्पादों और नवाचारों को राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय बाजारों के सामने प्रस्तुत कर सकें।
राष्ट्रीय संचालन बोर्ड का गठन—4 दिसंबर को होगी पहली बैठक
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और चांदनी चौक सांसद प्रवीन खंडेलवाल और राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेश सोंथालिया ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति डॉ. राम गोपाल गोयल की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संचालन बोर्ड विशेष रूप से गठित किया गया है। इस बोर्ड में देश के सभी राज्यों के व्यापार एवं उद्योग जगत से जुड़े 65 अनुभवी और प्रभावशाली सदस्य, जिनमें बड़ी संख्या में महिला एवं युवा उद्यमियों को भी शामिल जोड़ा गया है।
संचालन बोर्ड की पहली महत्वपूर्ण बैठक 4 दिसंबर को नई दिल्ली में होगी, जिसमें मेले की व्यापक रूपरेखा, थीम, प्रदर्शनी का स्वरूप, देशव्यापी प्रचार योजना और भारतीय उत्पादों को अधिकतम प्रोत्साहन देने की रणनीति पर निर्णायक चर्चा होगी।
भारत के सभी प्रमुख क्षेत्रों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
कैट के राष्ट्रीय चेयरमैन ब्रजमोहन अग्रवाल ने बताया कि बैठक मे व्यापारिक संगठनों, किसान समूहों, ट्रांसपोर्ट और लोजिस्टिक क्षेत्र, ट्रैवल व टूरिज्म, एमएसएमई, स्टार्ट-अप समुदाय के संगठनों के नेता भी विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं। वहीं लघु उद्योग भारती, एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम,
फेडरेशन ऑफ स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, प्रोफेशनल संगठनों
के राष्ट्रीय नेताओं को आमंत्रित किया गया है। साथ ही देश के कई प्रमुख एक्सपो व प्रदर्शनी विशेषज्ञों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। ताकि स्वदेशी मेला–2026 वास्तव में ‘भारत के स्वदेशी व्यापार और उद्योग का दर्पण’ बन सके।
देशभर में बनेगी राज्य-स्तरीय स्टीयरिंग कमिटियां— स्टॉल लगाने वालों के लिए अभियान
मेला प्रगति मैदान में मेगा स्केल पर आयोजित होगा। 4 दिसंबर की बैठक में मेले की विस्तृत योजना और लेआउट को अंतिम रूप दिया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों—उद्योग, व्यापार, स्टार्ट-अप, महिला उद्यमी, कारीगर, फूड प्रोसेसिंग, आयुर्वेद, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, टेक्नोलॉजी, ई-कॉमर्स आदि के लिए अलग-अलग कमिटियां बनाई जाएंगी। देशभर से स्वदेशी उत्पादों के स्टॉल आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू होगा। हर राज्य में स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाएगी जो इस मेगा इवेंट के संदेश को देश के कोने–कोने तक पहुंचाएगी।
सोंथालिया ने कहा कि ‘स्वदेशी मेला–2026’ न केवल भारतीय उद्यमियों के लिए व्यापार विस्तार का अवसर है, बल्कि यह भारत की स्वदेशी शक्ति को विश्व के समक्ष नए स्वरूप में प्रस्तुत करने का एक अभूतपूर्व मंच है। जो भी व्यापारी, स्टार्ट-अप, निर्माता या उद्योगपति इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे, वे वैश्विक स्तर पर अपने व्यापार की नई संभावनाएं खोल सकेंगे। झारखंड से सुरेश सोंथालिया बैठक में शामिल होने के लिए कल दिल्ली पहुंचेंगे।

