देश : हिंद महासागर से जुड़े देशों के संगठन इंडियन ओसियन रिम एसोसिएशन (आईओआरए) के विदेश मंत्रियों की बैठक भाग लेने विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को कोलंबो पहुंचे हैं। बैठक की अध्यक्षता श्रीलंका द्वारा की जा रही है । क्योंकि उसे वर्ष 2023-25 तक के लिए इस महत्वपूर्ण संगठन का अध्यक्ष बनाया गया है।
भारत अभी इसका सह-अध्यक्ष नामित किया गया है और वर्ष 2025 से दो वर्षों के लिए अध्यक्ष बनाया जाएगा। इस लिहाज से भारत आइओआरए को बहुत ही ज्यादा महत्व दे रहा है।
बता दें कि श्रीलंका के विदेश मंत्री के साथ उनकी मुलाकात में भारत की तरफ से पड़ोसी देश को दी जाने वाली मदद की दूसरी खेप पर भी बात होगी।कोलंबो पहुंच कर विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि वह आइओआरए के मंत्रियों की 23वीं बैठक में हिस्सा लेंगे।
विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मंत्रियों की बैठक में हाल के समय में आइओआरए की तरफ से किये गये फैसलों और भविष्य के एजेंडे पर विमर्श होगा।
मालूम हो कि आइओआरए में अभी 23 सदस्य देश हैं जबकि 10 साझेदार देश हैं। जैसे जैसे हिंद प्रशांत क्षेत्र का महत्व वैश्विक कूटनीति में बढ़ रहा है उसी तरह से आइओआरए की गतिविधियां भी बढ़ रही हैं।
वहीं बुधवार को इस बैठक में 16 देशों के विदेश मंत्री और शेष सदस्य व वार्ता साझेदार देशों की सरकारों के दूसरे प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस बार बैठक में कारोबार व निवेश, सामुद्रिक सुरक्षा, ब्लू इकोनमी में सहयोग को लेकर खास तौर पर चर्चा होने वाली है।
इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर की बांग्लादेश, ईरान, मारीशस, मलयेशिया, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय वार्ता भी होने की संभावना है।