सीसीएल में कोयला भ्रष्टाचार पर सीबीआई का शिकंजा, मैनेजर समेत चार गिरफ्तार

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। रांची: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के अरगड्डा कोलियरी में कोयले के अवैध उठाव और परिवहन में बड़े पैमाने पर चल रहे भ्रष्टाचार रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने मंगलवार को गिद्दी-ए-कोलियरी परियोजना कार्यालय के प्रबंधक अयोध्या करमाली सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में दो क्लर्क, मुकेश कुमार और प्रकाश महली, तथा एक निजी व्यक्ति और बिचौलिया विजय कुमार सिंह शामिल हैं। सभी को रांची की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

सीबीआई की कार्रवाई 6 मार्च 2025 को हजारीबाग के गिद्दी-ए- कोलियरी में किए गए औचक निरीक्षण के बाद शुरू हुई, जिसमें कोयला व्यापारियों से प्रति ट्रक 1800 रुपये की अवैध वसूली का खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि अयोध्या करमाली इस रैकेट का मुख्य सरगना था, जो प्रति माह लगभग 10 लाख रुपये की अवैध कमाई कर रहा था। विजय कुमार सिंह के मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच में करमाली को 2.03 लाख रुपये और प्रकाश महली को 4.98 लाख रुपये के भुगतान के सबूत मिले।

आरोपियों पर कोयला लिफ्टरों से अवैध वसूली कर कोयले के उठाव और परिवहन की सुविधा देने का आरोप है। सीबीआई ने आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी बरामद किए हैं, जो इस संगठित भ्रष्टाचार नेटवर्क की गहराई को दर्शाते हैं। यह कार्रवाई झारखंड में कोयला माफिया के खिलाफ चल रही व्यापक जांच का हिस्सा है, जो राजस्व हानि और पर्यावरणीय खतरों का कारण बन रहा है।

सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, यह रैकेट लंबे समय से चल रहा था, जिसमें सीसीएल कर्मचारी और बाहरी बिचौलिए मिलकर कोयले की अवैध ढुलाई को बढ़ावा दे रहे थे। जांच एजेंसी इस मामले में और गहन जांच कर रही है, और अन्य संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। यह कार्रवाई कोयला क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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