हजारीबाग जिला पुलिस को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। कटकमदाग थाना क्षेत्र के सिरसी दामोदर सीएसपी सेंटर और माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन मैनेजर से हुई लूटकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में चार कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से देशी कट्टा, दो मोटरसाइकिल और लूट की गई रकम समेत कई सामान बरामद हुए हैं।
9 सितंबर की घटना
मामला 9 सितंबर का है, जब कलेक्शन एजेंट के रूप में कार्यरत एक महिला दिलीप कुमार की पत्नी 2 लाख 52 हजार रुपये लेकर जा रही थी। उसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने हथियार के बल पर उसे रोक लिया और नगद राशि के साथ-साथ चार एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पासबुक और अन्य कागजात लूट लिए। इससे पहले भी 25 जुलाई को माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड की महिला कर्मी से 56 हजार रुपये लूटे गए थे। लगातार हो रही घटनाओं ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी थी।
एसआईटी टीम की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक हजारीबाग के निर्देश पर विशेष एसआईटी टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचना के आधार पर लगातार छापेमारी अभियान चलाया। अंततः टीम को सफलता मिली और चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अपराधियों की पहचान और आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अंकित कुमार, प्रवीण कुमार, सुजीत कुमार गिरी और लक्ष्मण पासवान उर्फ़ राठे के रूप में हुई है। सभी आरोपी हजारीबाग जिले के विभिन्न थानों के सक्रिय अपराधी हैं और इनका लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। इन पर हत्या की कोशिश, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और लूट-चोरी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
बरामदगी और जब्त सामान
पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, करीब 39,500 रुपये नकद, अपाची और हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल, एटीएम कार्ड, पासबुक और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
पुलिस की रणनीति और जनता का विश्वास
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए “स्वक सेट टीम” बनाई गई है, जो लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है और अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद से जिले में पुलिस की सक्रियता को लेकर आमजन में भरोसा बढ़ा है, वहीं अपराधियों में दहशत का माहौल है।