मिरर मीडिया : 2 करोड़ रुपये की रंगदारी नहीं देने पर झारखंड के गिरिडीह में केंद्रीय कारा के अधीक्षक अनिमेष कुमार चौधरी को जान से मारने की धमकी दी गयी थी बता दें कि मैसेज और व्हॉट्सएप कॉल के जरीये जेल अधीक्षक को धमकी दी गयी थी इस मामले में गिरिडीह सेंट्रल जेल के प्रभारी अधीक्षक अनिमेष चौधरी के आवेदन पर मुफस्सिल थाने में रंगदारी मांगने के मामले की जांच में गिरिडीह पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार धनबाद तक मुखबिर अलर्ट किए गए हैं। जबकि इधर टेक्निकल सेल टीम उस वाट्सएप नंबर की जांच में लगी है, जिससे रंगदारी मांग जेल अधीक्षक को धमकाया गया था।
फिलहाल शक की सूई गैंगस्टर अमन साहू और उसके गुर्गों पर जा रही है। वहीं पुलिस जांच कर रही है कि क्या गैंगस्टर अमन साहू धनबाद जेल में भी रहा था, जब चौधरी वहां जेलर थे। सूत्रों कि माने तो धनबाद के किसी खान ने दोनों बार रंगदारी के लिए काॅल किया था। उसका संबंध अमन साहू से है। दूसरी बार रंगदारी मांगने के लिए किए गए काॅल की वजह यह थी कि अमन के गुर्गों को जेल में सुविधा दिलवाने को दबाव बनाया जाए। जेलर पर फायरिंग की घटना के बाद अमन साहू को रातों रात सिमडेगा जेल शिफ्ट कराया गया था।
सूत्रों कि माने तो जेलर के मोबाइल पर पहले दो बार व्हाट्सएप कॉल आया। उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया तो व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज में कई आपत्तिजनक बातें लिखी हुई थीं। मैसेज धमकी भरा था और भेजने वाले ने अपना नाम मयंक सिंह लिखा था। मैसेज करने वाले ने थोड़ी देर बाद मैसेज को डिलिट भी कर दिया।
बताया जाता है कि मैसेज के बाद पुन: जेलर को उसी अज्ञात नंबर से व्याहॅट्सएप कॉल से धमकी दी गई। कॉल करने वाले ने गिरिडीह केंद्रीय कारा के सेल में सुरक्षात्मक कारणों से बंद बंदी आशीष कुमार साह को सेल से नहीं निकालने एवं अन्य गैर कानूनी सुविधाएं नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी और रुपए की मांग की।