हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को हाजीपुर मुख्यालय में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें जोन की विभिन्न निर्माण परियोजनाओं की प्रगति का विस्तृत आकलन किया गया। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक अमरेन्द्र कुमार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण (उत्तर) राम जन्म, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण (दक्षिण) रामाश्रय पाण्डेय समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में महाप्रबंधक ने पिछले वर्षों में पूर्ण की गई परियोजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए। पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से अधिकारियों ने महाप्रबंधक को निर्माण विभाग की उपलब्धियों और आगामी लक्ष्यों से अवगत कराया।
महाप्रबंधक ने विशेष रूप से मुजफ्फरपुर-सगौली, सगौली-बाल्मीकिनगर, समस्तीपुर-दरभंगा दोहरीकरण, हाजीपुर-सगौली, अररिया-सुपौल, अस्थावां-बरबीघा, कोडरमा-तिलैया नई लाइन, टोरी-शिवपुर तीसरी लाइन, गोमो फ्लाईओवर और सिन्द्री यार्ड रिमॉडलिंग जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि रेलवे के प्रत्येक क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाकर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना ही मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने निर्माण कार्यों की वर्तमान गति पर संतोष जताया और सभी प्रोजेक्ट्स को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने पर बल दिया।
महाप्रबंधक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों की नियमित और गहन मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज), आरयूबी (रेलवे अंडर ब्रिज) और बाईपास मार्गों के निर्माण पर विशेष ध्यान देने को कहा, जिससे रेल और सड़क यातायात में कोई अवरोध न हो।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024-25 में पूर्व मध्य रेल द्वारा 44 किलोमीटर नई लाइन और 73 किलोमीटर दोहरीकरण सहित कुल 117 किलोमीटर का निर्माण कार्य पूरा किया गया। संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस अवधि में 07 आरओबी और 19 आरयूबी का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इसके अतिरिक्त, 30 नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम, 122 रूट किमी पर ऑटोमैटिक ब्लॉक सिगनलिंग और 149 रूट किमी रेलखंड पर ‘कवच’ प्रणाली की कमीशनिंग की गई। वर्ष 2025-26 के लिए रेलवे ने 90 किमी नई लाइन और 184 किमी दोहरीकरण सहित कुल 274 किलोमीटर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।