डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: घाटशिला विधानसभा उप-चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। समाहरणालय सभागार में हुई इस बैठक में निर्वाचन संबंधी विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण, मतदान केंद्रों पर मूलभूत सुविधाओं (AMF) की उपलब्धता, और मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन रिपोर्ट की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारियों (BDOs), अंचल अधिकारियों (COs), पुलिस उपाधीक्षकों (DSPs), और थाना प्रभारियों को क्रिटिकल एवं संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, व्यय की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी पर भी चर्चा हुई।
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश और चर्चाएं
मतदाता सूची: उपायुक्त ने सभी सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (AEROs) को मतदाता सूची से संबंधित सभी आपत्तियों का समय पर निपटारा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नाम हटाने की प्रक्रिया को पूरी सावधानी और जांच के बाद ही पूरा किया जाए।
राजनीतिक दलों से अपील: सभी राजनीतिक दलों से हर बूथ पर बूथ लेवल एजेंट (BLA) की नियुक्ति करने की अपील की गई, ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
मतदान केंद्र: घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के चार प्रखंडों में कुल 218 मतदान भवनों में 300 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें घाटशिला में 125, धालभूमगढ़ में 55, गुड़ाबांदा में 21 और मुसाबनी में 99 मतदान केंद्र शामिल हैं।
मतदाता जागरूकता: सभी AEROs को मतदाता शिक्षा क्लब (ELC), चुनाव पाठशाला, और मतदाता जागरूकता फोरम (VAF) गठित करने का निर्देश दिया गया।
अन्य तैयारियां: होम वोटिंग, स्ट्रांग रूम, काउंटिंग सेंटर का चयन, और संचार योजना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों से आपसी समन्वय के साथ समयबद्ध तरीके से चुनावी तैयारियों को पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने जोर दिया कि चुनाव संबंधी हर गतिविधि में पारदर्शिता सबसे महत्वपूर्ण है और यह सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों।

