बिहार में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। राज्य में एक नई रेलवे लाइन बिछाई जा रही है जो दानापुर–नेऊरा–बिहार शरीफ–दनियावां मार्ग को जोड़ते हुए आरा से कोडरमा और धनबाद तक सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराएगी। इससे न केवल यात्रा में समय की बचत होगी बल्कि झारखंड से भी कनेक्टिविटी बेहद सुगम हो जाएगी।
🚧 नई रेलवे लाइन का रूट और लक्ष्य:
यह रेलखंड निम्नलिखित रूट को जोड़ेगा:
दानापुर → नेऊरा → बिहार शरीफ → दनियावां
आगे बिहार शरीफ → तिलैया → कोडरमा → धनबाद तक सीधा जुड़ाव संभव होगा।
इस पूरे रेल मार्ग को सितंबर 2025 तक तैयार कर लिया जाएगा। वहीं जुलाई 2025 में इस रूट पर CRS (Commissioner of Railway Safety) का निरीक्षण और ट्रायल रन प्रस्तावित है।
🛤️ इस रूट की विशेषताएं:
यह दिल्ली–हावड़ा मेन लाइन को झारखंड के धनबाद और कोडरमा से जोड़ेगा।
आरा, बक्सर, पटना, बिहार शरीफ और झारखंड के कोडरमा, धनबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों को यह रूट एक साथ जोड़ेगा।
इस रूट के बनने से नेऊरा से धनबाद तक की दूरी और समय दोनों कम होंगे — यह इस मार्ग को सबसे छोटा रेल मार्ग बना देता है।
👥 33 लाख लोगों को होगा सीधा फायदा:
इस रेल मार्ग से झारखंड और बिहार के लगभग 1045 गांव सीधे जुड़े होंगे।
लगभग 33 लाख से अधिक की आबादी को रेल सुविधा मिलेगी।
यह लाइन 110–120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन संचालन के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे यात्री सेवा के साथ-साथ माल ढुलाई में भी भारी सुविधा मिलेगी।
💼 व्यापार और माल परिवहन को मिलेगी रफ्तार:
इस रूट से 30.4 मिलियन टन सालाना माल ढुलाई की क्षमता होगी।
खासतौर पर कोयला, सीमेंट, स्टील जैसे भारी सामान को झारखंड के औद्योगिक क्षेत्रों से बिहार के थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स तक ले जाना आसान होगा।
बक्सर और आरा के थर्मल पावर स्टेशन को कोयले की आपूर्ति इस लाइन से तेज़ और भरोसेमंद होगी।
🗣️ रेलवे अधिकारी का बयान:
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने जानकारी दी कि:
“नेऊरा–दनियावां–बिहार शरीफ रेल लाइन निर्माणाधीन है, जिसे बिहार शरीफ–तिलैया रेल लाइन से जोड़ा जाएगा। वहीं तिलैया–कोडरमा रेल लाइन भी जल्द ही पूरी हो जाएगी, जिससे आरा और धनबाद के बीच सीधा रेल मार्ग उपलब्ध होगा।”
🧳 यात्रियों के लिए फायदे:
आरा से धनबाद और कोडरमा तक अब लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
सीधे, तेज़ और आरामदायक सफर के साथ यात्री समय और किराया दोनों में बचत कर सकेंगे।
छोटे शहरों और गांवों के यात्रियों को अब बड़े शहरों तक सीधा रेल संपर्क मिलेगा।