मिरर मीडिया : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार का तीसरा बजट पेश हो गया है। वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विधानसभा में 1,01,101 करोड़ का बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने कहा है कि बजट में आम लोगों और खासकर युवाओं के सुझावों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि बजट में आधारभूत संरचनाओं और कल्याणकारी योजनाओं में सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया गया है। बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा में आधारभूत संरचनाओं के विकास पर जोर दिया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा है कि राज्य में गोधन विकास योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत सरकार गोबर की खरीदारी कर बायोगैस को बढ़ावा देगी। इससे 40 हजार किसानों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।वही राज्य सरकार 2022-23 में जल संसाधन विकास पर 1894.48 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मनरेगा में 2022-23 में 12 करोड़ 50 लाख मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा गया है।आंगनबाड़ी केंद्रों में 15 लाख बच्चों को गर्म पोशाक उपलब्ध कराए जाएंगे। रांची में मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी कराने के लिए शुरू की गई आकांक्षी योजना के तहत रीडिंग रूम का निर्माण कराया जाएगा।
स्कूली शिक्षा पर सरकार 11607. 67 लाख रुपये खर्च करेगी। उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू होगी। जिला पुस्तकालय की स्थापना होगी। ज्ञानोदय योजना के तहत स्कूलों में साइंस लैब एवं स्मार्ट क्लास की सुविधा विकसित की जाएगी।स्वास्थ्य के बजट पर 27 फीसद की वृद्धि की गई है। यह 5618.83 करोड़ होगी। सभी जिला अस्पताल में 300 बेड अस्पताल में अपग्रेड होंगे। रांची के रिम्स, जमशेदपुर के एमजीएम तथा धनबाद के पीएमसीएच को बेहतर किया जाएगा। कई अनुमंडल अस्पताल जिला अस्पताल में अपग्रेड होंगे।वही किसान और गरीब लोगों को 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
हेमंत सरकार के बजट पर विपक्षी दलों के विधायकों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हेमंत सरकार ने इस बजट के माध्यम से जनता को चलने का काम किया है। स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसे अहम मुद्दों के लिए इस बजट में कोई विजन नही दिख रहा है। कुल मिला के इस बजट से राज्य और जनता को ठगने का काम किया गया है।