Bihar:ट्रेड यूनियन के भारत बंद के समर्थन और एसआईआर के खिलाफ सड़कों पर महागठबंधन, जमकर हो रहा बवाल

Neelam
By Neelam
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देशभर में बैंकिंग, बीमा, कोयला खनन, राजमार्ग, निर्माण और कई अन्य क्षेत्रों में कार्यरत 25 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी आम हड़ताल पर हैं। यह हड़ताल 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों और उनकी सहयोगी इकाइयों के मंच ने सरकार की मजदूर, किसान और राष्ट्र विरोधी नीतियों के विरोध में बुलाई है। वहीं, दूसरी तरफ बिहार में आरजेडी, कांग्रेस और अन्य महागठबंधन विपक्षी दलों ने बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) के विरोध में बंद करने का ऐलान किया है। इस बंद का बिहार में खासा असर देखा जा रहा है।

भारत बंद का बिहार में सबसे ज्यादा असर दिख रहा है। हाजीपुर, अररिया, दानापुर में चक्काजाम किया गया है। राजधानी में भी जाम का असर दिखने लगा है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, पटना, जहानाबाद और भोजपुर में भी ट्रेनें रोक दी गई है। आरा स्टेशन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फरक्का एक्सप्रेस रोक प्रदर्शन कर रहे हैं।

पटना में सड़क जाम और आगजनी

पटना जिले के मनेर, बिहटा सहित कई जगहों पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने टायर जलाकर अगजनी करते हुए चक्का जाम किया। इस दौरान मनेर में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर विरोध प्रदर्शन करते हुए काले नियम को वापस लेने की मांग की। राजद व भाकपा माले नेताओ ने महिनावा में सड़क जाम करते हुए विरोध जताया। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सड़क जाम के कारण गाड़ियों की कतार सड़क पर लगी रही। मनेर में राजद नेता ललन सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क को जाम किया गया। इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि जिस तरह देश में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार मोदी सरकार ने नोटबंदी करने का काम किया था। इस तरह बिहार में चुनाव के पहले वोट बंदी करने का काम किया है। जिसे बिहार के कई तीन करोड़ से ज्यादा लोगों का मतदाता सूची से नाम बाहर हो जाएगा। बिहार की जनता सरकार बिहार से बदलने के मूड में है।

मुजफ्फरपुर में युवा आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम किया

मतदाता गहन पुनरीक्षण सहित 44 अन्य मुद्दों को लेकर ट्रेड यूनियन और अन्य सामाजिक संगठनों के बिहार बंद का मुजफ्फरपुर में असर दिखा रहा है। सुबह में ही युवा राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जीरो माइल गोलंबर से बैरिया गोलंबर तक सड़क जाम कर दिया। इंडिया एलायंस का आरोप है कि पिछड़े, अतिपिछड़े, दलितों, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों के साथ गरीब मतदाताओं के नामों की छंटनी करने के लिए एनडीए के इशारे पर ये विशेष गहन पुनरीक्षण कराया जा रहा है। ये मताधिकार छीनने की साजिश है।

दरभंगा में नमो भारत समेत कई ट्रेनों को रोकने की कोशिश

दरभंगा में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं की ओर से शहर के विभिन्न चौक चौराहे सहित एनएच 27 को सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दौरान प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने दरभंगा जंक्शन पर नमो भारत ट्रेन का चक्का जाम कर एनडीए सरकार और चुनाव आयोग से मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को बंद करने की मांग की। इसके अलावा दरभंगा नई दिल्ली बिहार सम्पर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन समेत कई ट्रेनों को दरभंगा जंक्शन पर चक्का जाम किया। महागठबंधन कार्यकर्तओं ने बिहार सम्पर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को रोक कर सरकार विरोधी नारेबाजी कर एनडीए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

सीवान में दुकानें बंद, सड़कों पर जाम

सीवान में भी बिहार बंद का असर देखने को मिल रहा है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बड़े-बड़े वाहनों को सड़क पर लगाकर यातायात को बाधित कर दिया है। इस दौरान, दुकानों को भी बंद कराया जा रहा है और प्रदर्शनकारी झंडा-बैनर लेकर “इलेक्शन कमीशन का आदेश वापस लो” के नारे लगा रहे हैं। महागठबंधन में शामिल सात पार्टियों के कार्यकर्ताओं सड़क पर उतर गए हैं। विभिन्न स्थानों पर सड़कें जाम कर रहे हैं। गोपालगंज मोड़ और बबुनिया मोड़ को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है, जिससे शहर में वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों को रोका है।

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