सब ते वड्डा सतगुरू नानक’ की गूंज के साथ अंतिम दिन निकली भव्य प्रभात फेरी, भक्ति में डूबा रामगढ़

KK Sagar
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रामगढ़। सिख धर्म के प्रवर्तक और प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में सोमवार को अंतिम दिन भव्य प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी गुरुद्वारा साहिब से प्रारंभ होकर किला मंदिर, चट्टी बाजार, मेन रोड, सुभाष चौक होते हुए पुनः गुरुद्वारा साहिब पहुंची।

प्रभात फेरी में पांच निशान साहिब लेकर सिख बच्चे लाइट एंड साउंड के साथ आगे-आगे चल रहे थे। सरदार जसकीरत सिंह सैनी, गुरजोत सिंह सैनी, जसकीरत सिंह सैनी, मन्नत सिंह, राजा सिंह और राजा कौर निशान साहिब लेकर चल रहे थे। प्रभात फेरी की अगुवाई सिख समाज के वरिष्ठ जनों ने की।

रास्ते में खालसा क्रिकेट क्लब की ओर से प्रभात फेरी का स्वागत किया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से दलजीत सिंह अरोड़ा एवं मनजीत सिंह जी ने विक्की छाबड़ा और अनु छाबड़ा को सिरोपा देकर सम्मानित किया। सेवा भाव के तहत खालसा क्रिकेट क्लब की ओर से चाय-नाश्ते का प्रबंध किया गया।

इस अवसर पर स्वर्गीय जसवंत सिंह छाबड़ा पंजाबी पुस्तक वाले के परिवार की ओर से निशान साहिब की सेवा की गई। प्रभात फेरी में साध-संगत “कर किरपा तेरे गुण गांवा अमृत वेले बोल्या बबीहा…” और “सब ते वड्डा सतगुरू नानक जिन कल राखी मेरी…” जैसे शबदों का कीर्तन करते हुए शामिल रही।

प्रभात फेरी में प्रमुख रूप से गुरुद्वारा प्रधान परमदीप सिंह कालरा, मीत प्रधान अमरजीत सिंह सैनी, हैप्पी छाबड़ा, हरदीप सिंह होरा, रघुवीर सिंह छाबड़ा, जोगेंद्र सिंह जग्गी, तेजेंद्र सिंह सोनी, जगजीत सिंह सोनी, मंजीत सिंह कुज्जू वाले, विंकल कालरा, प्रीतम सिंह कालरा, सुरजीत सिंह छाबड़ा (शब्द गायक), डॉ. नरेंद्र सिंह सोनी, राजा कालरा, सतपाल सिंह सलूजा, हरजीत सिंह छाबड़ा, कंवलजीत सिंह लांबा, त्रिलोचन सिंह जैसल, गुरजीत सिंह सलूजा, कमल जस्सल, विक्की छाबड़ा, गुरदीप सिंह सैनी, जसविंदर सिंह छाबड़ा, रिंटू छाबड़ा, रौनक छाबड़ा, मन्नत सिंह, बिट्टी छाबड़ा, यश छाबड़ा, गुरबक्श कौर सैनी, जसमीत कौर सोनी, सोनम कालरा, कुदरत छाबड़ा, बलविंदर कौर छाबड़ा, मनप्रीत कौर सैनी, लवली लांबा, बबली सोनी, बलविंदर कौर पवार, शरण कौर छाबड़ा, निक्की लांबा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

पूरे आयोजन के दौरान गुरु नानक देव जी के उपदेशों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा और श्रद्धालुओं ने एकता, सेवा और सद्भाव का संदेश दिया।

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