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GSI ने दी बिहार को बड़ी सौगात: प्रदेश के कई जिलों में मिला खनिज संपदा का भंडार : जमुई भागलपुर, बांका, मुंगेर समेत 15 जिलों में तांबा, जस्ता और सोना की मात्रा

दीपावली के दौरान बिहारवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के कई जिलों में खनिज संपदा के भंडार मिले हैं। भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, बेगूसराय, आरा, गया, नालंदा और नवादा जैसे जिलों में तांबा, जस्ता, शीशा और अन्य महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों की पहचान की गई है। इसके साथ ही, झारखंड के हजारीबाग और गिरिडीह जिलों में भी खनिज संसाधनों का पता चला है। जीएसआई ने संबंधित जिलों को इस बारे में जानकारी देकर अगली प्रक्रिया शुरू करने की दिशा में कदम उठाए हैं।

बिहार के किन क्षेत्रों में क्या मिला?

जीएसआई की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के विभिन्न हिस्सों में महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों का भंडार है। भागलपुर और बांका के कुसुम घाट, दिघीबाड़ी और पिंडारा जैसे इलाकों में तांबा और जस्ता की पुष्टि की गई है। बांका के कटककर जिला क्षेत्र में कुसुम घाट ढाबा, दिघीबाड़ी और अंबाकोला जैसे स्थानों पर 70 किलोमीटर के क्षेत्र में कॉपर, जिंक और लेड की संभावनाएं हैं।

मुंगेर जिले में गौरानयादि, सुईया पठान और संग्रामपुर के पास उर्वरक ग्रेनाइट पेग्माटाइट के अलावा, खड़गपुर क्षेत्र में बायोटाइट, ग्रेनाइट स्लेट, महीन अभ्रक, साइनाइट और क्वार्ट्ज मिला है। जमुई जिले के सिमुलतला क्षेत्र में फॉल्ट वेसिया, ग्रेनाइट और क्वार्टाइट का अनुमान है। नालंदा और राजगीर में सफेद अभ्रक पाया गया है, जबकि आरा के कैमूर श्रेणी में चूना पत्थर और सिलिका मिले हैं।

झारखंड के किन जिलों में क्या मिला?

झारखंड के हजारीबाग और गिरिडीह जिलों में भी खनिज पदार्थों का भंडार मिला है। सतगामा और गोबरदहा क्षेत्रों में अभ्रक और ग्रेनाइट के भंडार पाए गए हैं।

जीएसआई की सर्वे रिपोर्ट

जीएसआई की इस रिपोर्ट के आधार पर खनिज संपदा के सही उपयोग की संभावनाएं बढ़ गई हैं। यह रिपोर्ट भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा 212 भू-रासायनिक सैंपलों और 35 पेट्रोलॉजिकल सैंपलों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है। रिपोर्ट में भागलपुर के निकटवर्ती झारखंड के गोड्डा और देवघर जिलों में भी खनिज पदार्थ होने की संभावना जताई गई है।

अगले कदम और भविष्य की योजना

जीएसआई की रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने इस रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। राज्य के एमडीओ केशव कुमार पासवान ने बताया कि सेंट्रल जियोलॉजिकल प्लानिंग बोर्ड ने बिहार और झारखंड के 15 जिलों में 19 क्षेत्रों में खनिज संपदा का सर्वे करने की अनुमति दी है। इस सर्वेक्षण के तहत प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरणीय भूगर्भ शास्त्र का अध्ययन किया जाएगा।

इस नई रिपोर्ट से बिहार की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिल सकती है, साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो सकते हैं। राज्य सरकार अब इन खनिज भंडारों का उपयोग कैसे करती है, यह आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा।

KK Sagar
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