आतंकवाद के खिलाफ अब गांव-शहर एकजुट! गुमला से गूंजा ‘अब और नहीं सहेंगे’ का संदेश, तिरंगा लेकर सड़कों पर उतरे युवा
गुमला। कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है, और अब झारखंड का गुमला जिला भी इस जनउभार का प्रमुख केंद्र बन गया है। शुक्रवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के संयुक्त आह्वान पर गुमला बंद रखा गया।

सुबह से ही शहर के बाजार बंद रहे, वहीं युवाओं की टोली तिरंगा लेकर सड़क पर उतरी और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। ‘भारत माता की जय’ और ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के नारों से गूंजता गुमला, यह संकेत दे रहा था कि अब देश का हर कोना आतंक के खिलाफ एक सुर में खड़ा हो चुका है।
स्थानीय संगठनों और आमजन का भरपूर समर्थन
गुमला बंद को व्यापारी संघ, समाजसेवी संगठनों और आम नागरिकों का भरपूर समर्थन मिला। बस स्टैंड से लेकर मुख्य बाजार तक हर तरफ बंद का असर साफ नजर आया। जगह-जगह कैंडल मार्च की तैयारी दिखी, जो शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं।

प्रशासन ने की शांति की अपील, सुरक्षा चाक-चौबंद
जिला प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ ड्रोन से निगरानी भी की गई। अधिकारियों ने बंद को देखते हुए सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की।

देशव्यापी आंदोलन का हिस्सा बना गुमला
VHP और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला सिर्फ एक हमला नहीं, बल्कि यह भारत की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर सीधा आघात है। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार को निर्णायक और कठोर कदम उठाने चाहिए।
गुमला का बंद इस बात का प्रमाण है कि अब भारत का युवा आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर मोर्चे पर देश की एकता के लिए खड़ा रहेगा।