मिरर मीडिया : कई दिनों से नाराज चल रहे गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पद पर आसीन हार्दिक पटेल ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कई बार सार्वजनिक तौर पर पार्टी में अपनी अनदेखी किए जाने की शिकायत कर चुके थे। वही गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है। हार्दिक का इस्तीफा भले ही अब आया हो, लेकिन पिछले काफी समय से उनकी नाराजगी साफ दिखाई दे रही थी।
कांग्रेस में हार्दिक पटेल को राहुल गांधी लेकर आए थे। 2019 में शामिल होने के एक साल के अंदर ही उन्हें गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था। उन्हें ये पद तो पार्टी ने दे दिया, लेकिन राज्य के पुराने कांग्रेसी दिग्गजों ने हार्दिक को कभी दिल से स्वीकार नहीं किया। लंबा समय बीतने के बाद भी हार्दिक को फुलटाइम प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया। हार्दिक लंबे समय से कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर अनदेखी का आरोप लगा रहे थे। हार्दिक का आरोप था कि कांग्रेस में शामिल हुए 3 साल बीतने के बाद भी गुजरात कांग्रेस उन्हें फैसले लेने के प्रक्रिया में शामिल नहीं करती। मार्च में प्रदेश कांग्रेस ने 75 महासचिव और 25 उपाध्यक्ष नियुक्त किए थे।

