जमशेदपुर : उप विकास आयुक्त प्रदीप प्रसाद की अध्यक्षता में 18 से 22 अप्रैल तक प्रखंडों में आयोजित होने वाले स्वास्थ्य मेला को लेकर एक बैठक की गई। बैठक में उपस्थित सदस्यों को तिथिवार किस प्रखंड में कैम्प का आयोजन किया जाना है इसकी जानकारी देते हुए ससमय सभी तैयारियां पूरी करने का निदेश दिया गया। उप विकास आयुक्त ने कहा कि पंचायत निर्वाचन 2022 की घोषणा हो चुकी है ऐसे में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हो इसको देखते हुए जिला परिषद सदस्य तथा पंचायत के जनप्रतिनिधि तथा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में शामिल होने जा रहे सभी व्यक्तियों से आग्रह होगा कि व्यक्तिगत स्तर पर स्वास्थ्य मेला में शामिल होते हुए इसका लाभ जरूर उठाएं लेकिन किसी समूह या वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हुए खुद को रिप्रजेंट नहीं करें।
प्रखंडवार स्वास्थ्य मेला के आयोजन की तिथि
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पटमदा- 18.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जुगसलाई- 18.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, बहरागोड़ा- 19.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चकुलिया – 19.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, धालभूमगढ – 20.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, घाटशिला- 20.04.2022
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, बोड़ाम – 20.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मुसाबनी – 21.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पोटका – 21.04.2022
- समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, डुमरिया – 22.04.2022
- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गुडाबान्दा – 22.04.2022
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ साहिर पॉल द्वारा सभी एमओआईसी को विभागीय मार्गदर्शिका के अनुसार कैम्प में वितरित की जाने वाली दवायें, विभिन्न जांच के लिए आवश्यक चिकित्सीय उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा पूरी टीम के साथ ससमय कैम्प में उपस्थित होने का निदेश दिया गया। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य मेला के सफल आयोजन से जिले की स्वास्थ्य जरूरतों की जानकारी मिल सकेगी, ऐसे में आवश्यक है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें शामिल होने के लिए विभिन्न स्तर पर जागरूक करते हुए शामिल कराया जाए।
स्वास्थ्य मेला के माध्यम से आम जनता को डिजिटल स्वास्थ्य आईडी निर्माण का लाभ, दिव्यांगता यूडीआईडी कार्ड निर्गत करना, गैर संचारी रोगों की जांच (जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि), आयुष्मान भारत कार्ड जारी करना, जागरूकता पैदा करना और स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना, बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान करना, दूरभाष परामर्श और रेफरल आदि के द्वारा, योग और ध्यान जैसी स्वास्थ्य गतिविधियां के लिए लोगों को प्रेरित करना, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार नियोजन परामर्श, आईईसी-परिवार कल्याण, मोतियाबिंद जांच, ईएनटी जांच (आंख, कान, गला), दंत चिकित्सा जांच, त्वचा की जांच, पोषण के लिए परामर्श, आरटीआई/एसटीआई/एड्स नियंत्रण के लिए परामर्श, कुष्ठ नियंत्रण, टीबी नियंत्रण, मलेरिया, अंधापन की रोकथाम (आंखों की जांच), धूम्रपान और तंबाकू के सेवन के बुरे प्रभाव से जागरूक करना, कैंसर नियंत्रण जागरूकता, व्यक्तिगत व पर्यावरणीय स्वच्छता आदि को लेकर जागरूकता लाना शामिल है।
बैठक में निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डॉ सत्या ठाकुर, सभी एमओआईसी, सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिका आदि सभागार से तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।