डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : उफ! इस बार की गर्मी। कुछ ऐसी ही चर्चाएं लगभग हर घर, ऑफिस और मोहल्लों में हो रही है। इस बार की गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। तापमान अप्रैल के महीने में ही 43 डिग्री से ऊपर जा रहा है। लोगों को घर से निकलना भी इस भीषण गर्मी में मुहाल हो गया है। इस जबरदस्त गर्मी में लू और डिहाइड्रेशन के मामलें भी बढ़ रहे है। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है और अस्पतालों में ओआरएस की व्यवस्था है और बेडो की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।
अस्पतालों में ओआरएस व्यवस्था व बेड की संख्या बढ़ी
एमजीएम अस्पताल के मेडिकल विभाग के एचओडी डॉक्टर बलराम झा ने बताया कि इस समय सबसे ज्यादा लोग लू और डिहाइड्रेशन से प्रभावित हो रहे हैं। शहर के अस्पतालों में लू के मरीज आने शुरू हो गए है। इसे देखते हुए प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में ओआरएस काउंटर के साथ जरूरी दवाएं और ओआरएस के पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। ताकि मरीजों का तत्काल इलाज हो सके। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंबुलेंस की सुविधा रहेगी। ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा जा सके। अस्पतालों में अतिरिक्त बेड भी लगाया जा रहे हैं। ताकि किसी मरीज को परेशानी ना हो। डॉक्टर की सलाह है कि अगर कोई जरूरी काम ना हो तो दोपहर के समय घर से बाहर न निकले। कमजोरी, चक्कर, या तबीयत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हीट वेव का अलर्ट जारी, इन उपायों से रहें सुरक्षित
इस वक्त गर्मी कहर बरसा रही है। हीट वेव का अलर्ट जारी हो चुका है। ऐसे में हर किसी को अपनी सेहत का ख्याल रखना जरूरी हो जाता है। ऐसे में घर से बाहर निकलने से पहले कुछ बेहद जरूरी एहतियात बरतना भी ज़रूरी हो गया है। इस मौसम में ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएं। ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। हल्का और सुपाच्य भोजन करें। आम पना, नींबू पानी, सत्तू शर्बत, नारियल पानी, लस्सी जैसे तरल पदार्थ को लें। क्योंकि यह चीज़े आपको ऊर्जा और ताज़गी देती है। इलेक्ट्रोलाइटस की पूर्ति करती है। शरीर में ठंडक बनाएं रखती है। हां कोल्ड ड्रिंक्स से दूरी बनाए रखे। सलाद, फल और सब्जी को खाने में ज़रूर शामिल करें। हल्के रंग की सूती कपड़े पहने। धूप में घर से बाहर निकले तो छाता का इस्तेमाल करें। सर को गमछा टोपिया से ढंक कर रखे।
लू लगने पर तुरंत करें यह उपाय
लू से प्रभावित व्यक्ति को तुरंत छांव में लिटाएं। टाइट कपड़े हो तो उन्हें ढीला करें या खोल दें। ठंडा गीले कपड़े से शरीर को पोंछे और चेहरे पर पानी के छींटे दें। तापमान कम करने के लिए कूलर या पंखे का उपयोग करें। गर्दन, पेट और सर पर ठंडा गीला कपड़े रखें।
बच्चों व बुजुर्गों का रखें ख़ास ख़्याल
वहीं गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों के विशेष देखभाल की जरूरत होती है। बुजुर्गों को हीट स्ट्रोक और लू लगने की आशंका ज्यादा रहती है। डिमेंशिया या पार्किंसन जैसी बीमारी से पीड़ित बुजुर्गों को घर में गर्मी का एहसास नहीं होता। कई बार दवाइयों के असर से पसीना नहीं आता। जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं हो पाता। कमरे का तापमान अधिक होने और पानी कम पीने की वजह से हीट स्ट्रोक हो सकता है। इसलिए कमरे को हवादार रखना चाहिए। कूलर एसी की व्यवस्था होनी चाहिए।