कुर्मी समाज की मांग पर आंदोलन की घोषणा
झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुर्मी समाज ने उन्हें अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर 20 सितंबर से रेल रोको आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। इस ऐलान के बाद झारखंड में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है।
डीजीपी की हाई लेवल मीटिंग
गुरुवार शाम झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनुराग गुप्ता की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग हुई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों, आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों को जोड़ा गया। बैठक में आंदोलन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और रेलवे सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर कई अहम निर्देश दिए गए।
संवेदनशील जिलों पर खास निगरानी
डीजीपी ने विशेष रूप से हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, सरायकेला, चाईबासा, पलामू और दुमका जिलों के रेलवे मार्गों और स्टेशनों को संवेदनशील बताते हुए वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया। अधिकारियों को बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों से लैस रहने के निर्देश दिए गए।
सीसीटीवी, ड्रोन और पुख्ता इंतज़ाम
स्टेशनों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने, ड्रोन से निगरानी करने, एंबुलेंस और दंगारोधी वाहनों को स्टैंडबाय पर रखने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही रेलवे पुलिस और रेलवे कर्मचारियों से समन्वय बनाकर सघन गश्त करने तथा चिन्हित नेताओं को समय रहते डिटेन करने का भी आदेश दिया गया।
कानून व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण
डीजीपी ने जिलों के उपायुक्तों से संपर्क कर आंदोलन के दौरान मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति, संवेदनशील जगहों पर बीएनएसएस की धारा 163 लागू करने, ट्रेनों पर पथराव रोकने, बैरिकेडिंग करने और बल को भीड़ लगने से पहले तैनात करने के निर्देश दिए।
24×7 कंट्रोल रूम सक्रिय
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी रेलवे पुलिस पदाधिकारियों को 24×7 कंट्रोल रूम कार्यरत रखने का आदेश दिया गया है। साथ ही सभी प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक और क्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षकों को अपने स्तर से लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा गया है।

