धनबाद : केंदुआडीह क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से जारी जहरीली गैस रिसाव के मद्देनज़र स्थिति गंभीर होती जा रही है। इसी को देखते हुए 8 दिसंबर 2025 को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में NDRF की एक्सपर्ट टीम और जिला प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण आपात बैठक आयोजित की गई।
बैठक में गैस रिसाव से प्रभावित इलाकों की मौजूदा स्थिति, खतरे के स्तर, राहत और बचाव कार्यों की प्रगति तथा आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
🔹 प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक निरीक्षण और तत्काल आंकड़ों की मांग
उपायुक्त आदित्य रंजन ने NDRF को निर्देश दिया कि
प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक और वैज्ञानिक निरीक्षण किया जाए,
गैस रिसाव से संबंधित नए और अद्यतन आंकड़े तुरंत उपलब्ध कराए जाएँ,
ताकि राहत एवं सुरक्षा उपायों में और तेजी लाई जा सके।
उन्होंने स्पष्ट किया कि स्थिति अत्यंत संवेदनशील है और हर मिनट प्रभावित परिवारों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, इसलिए लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है।
🔹 अतिरिक्त बल और निगरानी व्यवस्था मजबूत
संवेदनशील परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त ने
02 कार्यपालक दंडाधिकारी (मजिस्ट्रेट)
40 सुरक्षा बलों
को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल तैनात करने का निर्देश दिया है, ताकि सतत निगरानी और नियंत्रण व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
🔹 सुरक्षित विस्थापन की विशेष व्यवस्था
उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों के लिए बेलगड़िया तथा कर्माटांड़ टाउनशिप में सुरक्षित आवास के विकल्प उपलब्ध कराए गए हैं।
लोग अपनी सुविधा और इच्छा के अनुसार इनमें से किसी भी स्थान पर स्थानांतरित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा—
“प्रत्येक व्यक्ति का जीवन सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य है कि किसी भी परिवार को स्वास्थ्य जोखिम में ना रहना पड़े और सभी को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जा सके।”

