धनबाद जिले के गोविंदपुर में एक बार फिर से रफ्तार का कहर देखने को मिला है। शनिवार को एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक मोटरसाइकिल सवार युवक को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का नाम जमील अख्तर बताया जा रहा है, जो धनबाद के कोलाकुसमा इलाके का रहने वाला था।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया। गुस्साए स्थानीय लोगों ने NH-19 को जाम कर दिया और विरोध स्वरूप ट्रक में तोड़फोड़ की। उन्होंने ट्रक की डीजल टंकी को फोड़ दिया और एक एंबुलेंस पर भी हमला किया। जाम के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 2 किलोमीटर लंबी वाहनों की कतार लग गई, जिससे आवागमन बाधित हो गया।
पुलिस प्रशासन की गैरमौजूदगी से बढ़ा आक्रोश
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर पुलिस अधिकारी नहीं पहुंचे, जिससे लोगों में गहरी नाराजगी उत्पन्न हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इन पर रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि धनबाद जिले में वर्तमान में चुनाव आचार संहिता लागू है, और चुनाव के प्रथम चरण के चलते अधिकतर पुलिसकर्मी चुनावी ड्यूटी पर तैनात हैं। इसी कारण पुलिस की कमी के चलते इस मामले में त्वरित कार्यवाही नहीं हो पाई। लेकिन स्थानीय लोग सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण की मांग कर रहे हैं।
एक सप्ताह में दूसरी दर्दनाक दुर्घटना, प्रशासन की नाकामी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना इस क्षेत्र में तेज रफ्तार वाहनों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं का ताजा उदाहरण है। बीते सोमवार को ही इसी क्षेत्र में एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने तीन मासूमों की जान ले ली थी। उस घटना के जख्म अभी ताजे ही थे कि एक और युवक तेज रफ्तार के कहर की भेंट चढ़ गया।
इस घटना ने फिर से प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा उपायों की कमी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में तेज रफ्तार वाहनों पर अंकुश क्यों नहीं लग पा रहा है, यह एक बड़ा सवाल बन चुका है। स्थानीय लोगों की मांग है कि ऐसे संवेदनशील इलाकों में वाहनों की गति पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।