झारखंड के गिरिडीह जिले की राज धनवार विधानसभा सीट पर आगामी 20 नवंबर को होने वाले चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिल रहा है। यहां निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे निरंजन राय को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने पक्ष में किया है, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में यह घटनाक्रम चर्चा का विषय बन गया है।
राज धनवार सीट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी उम्मीदवार हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और माले के बीच है, लेकिन इस बीच निरंजन राय के बीजेपी में शामिल होने ने राजनीति का माहौल गर्म कर दिया है।
निरंजन राय को मनाने के लिए बीजेपी ने अपनाया खास तरीका
शनिवार को बीजेपी के नेताओं ने निरंजन राय को मनाने के लिए एक विशेष रणनीति अपनाई। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और झारखंड के सांसद निशिकांत दुबे खुद निरंजन राय के घर पहुंचे। तीनों नेताओं के बीच बंद कमरे में लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद राय को बीजेपी के पक्ष में लाने में सफलता मिली। यह प्रयास अमित शाह की रैली से पहले किया गया, जो 20 नवंबर के चुनावी प्रचार का अहम हिस्सा होगा।
बताया जा रहा है कि इसके बाद निरंजन राय, हिमंत सरमा और निशिकांत दुबे के साथ हेलिकॉप्टर से रवाना हुए। हेलिकॉप्टर की उड़ान को देखने के लिए वहां स्थानीय लोग जुट गए, जिससे यह घटना और भी अधिक चर्चा का विषय बन गई।
बीजेपी के साथ निरंजन राय का समर्थन
लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि निरंजन राय को बीजेपी में शामिल कर लिया गया है और वे जल्द ही बाबू लाल मरांडी के समर्थन में वोट देने आएंगे। दुबे ने यह भी कहा कि निरंजन राय की भाजपा में वापसी, पार्टी के लिए एक बड़ी जीत साबित होगी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जेएमएम ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने साम-दाम की राजनीति अपनाई है। पार्टी का कहना है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी की संभावित हार से घबराई हुई है, और इसलिए ऐसे उपाय किए जा रहे हैं। जेएमएम ने यह भी कहा कि धनवार की जनता बीजेपी के इस छलावे में नहीं आएगी और मरांडी को चुनाव में पराजित करेगी।
2019 में बाबू लाल मरांडी की जीत और इस बार का मुकाबला
बाबू लाल मरांडी ने 2019 में झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के टिकट पर धनवार सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार वे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने माले के राज कुमार यादव का मुख्य मुकाबला है। इस चुनावी मुकाबले में जेएमएम ने भी प्रतीकात्मक रूप से एक उम्मीदवार उतारा है।
धनवार विधानसभा सीट पर मुस्लिम वोटers की संख्या 24 प्रतिशत है, इसके अलावा यादव (9.6%), कुड़मी (7.5%) और भूमिहार (5.5%) समुदायों का भी बड़ा असर है। बाबू लाल मरांडी आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, और लंबे वक्त से इस सीट से चुनावी मैदान में हैं।
बीजेपी के लिए नाक का सवाल
धनवार विधानसभा सीट बीजेपी के लिए एक नाक का सवाल बन चुकी है। पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी है, क्योंकि बाबू लाल मरांडी को इस सीट से जीत दिलाना बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक रणनीति है।
इस प्रकार, धनवार सीट पर बीजेपी और माले के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है, लेकिन निरंजन राय का समर्थन मिलने के बाद बीजेपी ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है।