चाईबासा :– हेमंत भाई, चाईबासा की आवाज सुनिए, आप चुनाव के मैदान में आयेंगे तो आपको पता चल जायेगा” यह बाते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चाईबासा की जनता को संबोधित करतें हुए कहा। शनिवार को अमित शाह ने पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा में आयोजित भाजपा के विजय संकल्प महारैली को संबोधित करते हुए झारखंड की महागठबंधन (झारखंड मुक्ति मोर्चा- कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल) की सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार पर जमकर हमला बोला। साथ ही झारखंड में लगातार हो रही घुसपैठ के लिए भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता को आड़े हाथ लिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि वे इस भ्रष्ट सरकार आगामी चुनाव में सत्ता से बेदखल करेंगे। अमित शाह ने पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा में आयोजित भाजपा के विजय संकल्प महारैली को संबोधित करते हुए झारखंड की महागठबंधन की सरकार की जमकर आलोचना की. अमित शाह ने कहा, ‘हेमंत भाई, चाईबासा की आवाज सुनिए. जब आप चुनाव के मैदान में आयेंगे, तो आपको पता चल जायेगा. आपने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ भ्रष्टाचार किया।’
अमित शाह ने पूछा- सिंहभूम में कमल खिलायेंगे?
अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा- सिंहभूम सीट पर कमल खिलायेंगे? मोदी जी के हाथ मजबूत करेंगे? निकम्मी और भ्रष्ट सरकार को बदलेंगे? वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने इसका जवाब हां में दिया। इसके बाद श्री शाह ने कहा, ‘हेमंत सोरेन जी चाईबासा की आवाज सुनिए। अब तक आपने जो कुछ भी किया है, आगामी चुनाव में आपको उसका हिसाब मिल जायेगा।’ संताल परगना में घुसपैठ पर भी अमित शाह खूब बोले।
आदिवासी माता-बहनों की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि आदिवासी माता-बहनों की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हेमंत सोरेन जी, अब आपके दिन समाप्त हो चुके हैं। झारखंड की जनता जाग चुकी है। आपके खिलाफ खड़ी हो गयी है। उन्होंने कहा कि मैंने भाजपा कार्यकर्ताओं से पूछा कि यहां कितनी कुर्सियां लगायीं हैं। मैंने पूछा कि चाईबासा में इतनी कुर्सियां भर जायेंगी। लेकिन, आपने हमारी तैयारियों को छोटा कर दिया।
वामपंथी उग्रवाद समाप्ति की ओर
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस की जब सरकार देश में थी, तो वामपंथी उग्रवाद चरम पर था। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। हमने विकास और कठोर कार्रवाई के जरिये हथियार से लैस ऐसे संगठनों को खत्म किया। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. इसका नतीजा यह हुआ कि वर्ष 2009 में 2258 वामपंथी घटनाएं हुईं थीं। वर्ष 2021 में यह संख्या 500 से कम रह गयीं हैं। वामपंथी उग्रवाद समाप्ति की ओर जा रहा है।
झारखंड में खुलेगा विकास का नया रास्ता
श्री शाह ने कहा कि हमने बहुत बड़ा संयुक्त अभियान चलाया। इसके तहत बूढ़ा पहाड़, बिहार का चक्रबंधा, भीमबंधा और वहां के दुर्गम क्षेत्रों में सीआरपीएफ ने एक निर्णायक जीत हासिल की। उसके साथ वहां स्थायी कैंप भी लगाये। ऑपरेशन ऑक्टोपस, ऑपरेशन डबल बुल और ऑपरेशन चक्रबंधा ने वामपंथी उग्रवादियों की कमर तोड़कर रख दी। आज मैं आपलोगों से कहने आया हूं कि मोदी जी के नेतृत्व में कुछ ही समय में ये वामपंथी उग्रवाद समाप्त हो जायेंगे। झारखंड में विकास का नया रास्ता खुलेगा।