बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम जारी है। हालांकि, इसको लेकर प्रदेश में खूब सियासत हो रही है। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव की पत्नी का वोटर कार्ड कैसे बना, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि नाम बदलकर पहचान छिपाने की कोशिश की गई और पूछा कि क्या वोटर आईडी नागरिकता प्रमाणपत्र के आधार पर जारी की गई थी?

गिरिराज का तेजस्वी से तीखा सवाल
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर महागठबंधन के बिहार बंद को लेकर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी पत्नी का नाम क्यों बदलवा रहे हैं? अगर उनकी पत्नी क्रिश्चियन थीं, तो इसमें क्या दिक्कत थी? क्या ईसाई होना कोई अपराध है? लेकिन नाम बदलना क्यों पड़ा?
तेजस्वी यादव की पत्नी मतदाता कैसे बनीं?
गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव की पत्नी के वोटर लिस्ट में नाम की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की पत्नी का नाम जो मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) में दर्ज है, उसकी जांच होनी चाहिए। वह मतदाता कैसे बनीं?
आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है।
तेजस्वी बोले-परिवार को बदनाम करने की कोशिश
इससे पहले बिहार में जारी वोटर आईडी विवाद के बीच तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, जिस तरह से मेरी पत्नी की नागरिकता और पहचान पर सवाल उठाए जा रहे हैं, लगता है आने वाले समय में उन्हें भी वोट डालने का अधिकार नहीं मिलेगा! तेजस्वी ने इस पूरे विवाद को राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि कुछ ताकतें जानबूझकर उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं।

