261 एकड़ जमीन के नीचे पाया गया कोयले का विशाल भंडार : 350 फीट नीचे की खुदाई में मिला कोयला
मिरर मीडिया : बिहार स्थित सोनो में अपार सोने का भंडार मिलने के बाद अब जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने भागलपुर के कहलगांव के माधोरामपुर मौजा स्थित करीब 261 एकड़ जमीन के नीचे कोयले का विशाल भंडार पाया है। सर्वे में माधोरामपुर गांव में जमीन के 350 फीट नीचे की खुदाई में मिले कोयले को क्वालिटी जांच के लिए धनबाद भेजा है। धनबाद स्थित सीएमपीडीआई में कोयले की क्वालिटी का पता लगने के बाद इस एरिया को कोल ब्लॉक घोषित किया जाएगा।
इससे पहले 2018 में कहलगांव के ही सिंघाडी, गंगारामपुर, नवादा, मंसूरपुर गांव में कोयला की संभावना जताई गई थी। इसी साल पीरपैंती के 48 गांवों में भी कोयले का भंडार मिला था। जेएसआई टीम ने चंडीपुर पहाड़ के सर्वे में फायर क्ले और सिलिका (क्रिस्टल पत्थर) का भी विशाल भंडार पाया है। टीम अभी भी इन गांवों का सर्वे कर रही है।
आपको बता दें कि 20 मार्च 2018 को टीम ने बीसीसीएल धनबाद और सीएमपीडीआई की टीम को रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को इन इलाकों के भू-अर्जन के निर्देश दिए। पीरपैंती में 2026 से खनन शुरू होने की संभावना जतायी जा रही है। इससे पहले आयी टीम ने सर्वे में पाया था कि यहां 80 फीट से लेकर 300 से 400 फीट तक कोयला मौजूद है।
गौरतलब है कि 2018 में पीरपैंती के लक्ष्मीपुर, गोविंदपुर, चौधरीबसंत, हीरानंद बंसीचक नौवाटोली, शेरमारी शादीपुर, रिफातपुर, जगदीशपुर, सीमानपुर, पसाहीचक, महादेव टिकर, प्यालापुर, गोकुल मथुरा, सगुनी, रोशनपुर, महतोटोला रिफातपुर, बदलूगंज, बाबूपुर, पचरुखी, बारा, इसीपुर, हरदेवचक, दौलतपुर, कमलचक, मिर्जागांव सोनरचक, राजगंज, काजीबाड़ा, बसबिट्टा और बल्ली टीकर गांव में कोयला की संभावना जताई गई थी।