मिरर मीडिया : धनबाद जैसे खनिज सम्पदा से भरपूर क्षेत्र में शुरू से ही जल की असुविधा से यहाँ के लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। आलम ये है कि आज भी निर्बाध पेयजल की आपूर्ति सुचारु नहीं हो पाई है। सूत्रों कि माने तो जिले में डीप बोरिंग पर रोक लगी है। बावजूद इसके कई कंस्ट्रक्शन हुए और हो रहें है तो सवाल उठाना भी लाज़मी है कि इतने बड़े पैमाने पर बिना डीप बोरिंग के कंस्ट्रक्शन होना गले नहीं उतरता है। अगर बोरिंग नहीं किया गया तो क्या इतने वृहत पैमाने पर पानी का सप्लाई कौन कहाँ से और कैसे कर रहा है।
इसी क्रम में समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने इस संदर्भ में आवाज़ उठाते हुए जनता के प्रतिनिधि सहित सम्बंधित अधिकारीयों का ध्यान आकृष्ट किया है। कुमार मधुरेंद्र ने सवाल उठाया है कि जब डीप बोरिंग बंद है तो क्या धनबाद में बड़े माॅल,अपार्टमेंट एवं कंस्ट्रक्शन बिना बोरिंग के किया जा रहा है? या इसे पानी कोई और सप्लाई कर रहा है, जबकि इसके विपरीत धनबाद की जनता की क्या ग़लती है जिसे 10 एम एल टी से भी कम जल पेयजल विभाग या धनबाद नगर निगम द्वारा अव्यवस्थित तरीके से दिया जा रहा है जिससे आमजनों को परेशानी हो रही है। यह विचारणीय है कि जब से डीप बोरिंग बंद है तबसे क्या एपार्टमेंट या बड़े मकान या बड़े मॉल का नक्शा पास नहीं हुआ है।
इस बाबत उन्होंने धनबाद उपायुक्त, नगर आयुक्त, उपविकास आयुक्त एवं पेयजल स्वच्छता,आपूर्ति विभाग एवं अन्य अधिकारीयों से इस संबंध में जानकारी लेने कि
मांग की है कि जल्द ही दिशा की बैठक बुलाकर उचित और सुविधापूर्ण निर्णय लेकर डीप बोरिंग करने का आदेश जारी करें ताकि लोगों को राहत मिल सके।