कहीं 6 तो कहीं 10 मंजिला इमारत का हो रहा निर्माण : अधिकारियों ने बांध ली है आंखों पर पट्टी
बाइलॉज के अनुसार 25 फीट चौड़ी होनी चाहिए सड़क : सड़क की चौड़ाई कहीं 13 फीट तो कहीं 15 फीट
मिरर मीडिया : जिले में बिल्डिंग बायलॉज को ताख पर रखकर धड़ल्ले से बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। शहर के कई जगहों में 13 फीट की सड़क पर 6 तल्ले भवनों का निर्माण धड़ल्ले से जारी है। जबकि बाइलॉज के अनुसार सड़क 25 फीट चौड़ी होनी चाहिए। कई ऐसे मामलो का खुलासा हुआ है, जहां भवन निर्माण में नक्शों का हेरफेर कर धड़ल्ले से बहुमंजिला इमारतों का निर्माण जोरो पर है। हालंकी मामलों का खुलासा होने के बाद जांच कर सब ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
आपको बता दें कि शहर के जेसी मल्लिक रोड में 6 महीने पहले चार बहुमंजिला प्रोजेक्ट का कार्य शुरू हुआ है। सूत्रों की माने तो सभी का सेटिंग से नक्शा पास किया गया था। हालंकि ये जॉच का विषय है और जांच के बाद सब सच सामने आ सकता है।
सड़क की चौड़ाई कहीं 13 फीट, कहीं 15 फीट, तो कहीं 16 फीट है, जबकि झारखंड बिल्डिंग बायलॉज के मुताबिक जीबी प्लस चारमंजिला इमारत के लिए कम से कम 20 फीट सड़क चौड़ी होनी चाहिए। जबकि वहीं के एक स्थानीय को सड़क की चौड़ाई का हवाला देते हुए जी बी प्लस चार की जगह सिर्फ जी बी प्लस टू का ही नक्शा पास किया गया।
अब सवाल यह उठता है कि नियम को ताख पर रखकर आखिर कैसे नक्शा पास हो गए और कैसे बहू मंजिलें इमारतों के निर्माण हो रहे हैं अधिकारी अपनी आंखों पर पट्टी क्यों बांध रखी है। क्यों किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
सड़क की चौड़ाई कम होने से जाम की होने लगी समस्या
निर्माण कार्य में लगे मिक्सर की बड़ी गाड़ियां पास होती है इस रास्ते से
बता दें कि सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण ऐसे ही जाम की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है लेकिन बहुमंजिला इमारतों के निर्माण में बड़ी-बड़ी गाड़ियों का आवागमन लगातार जारी होते रहने से और भी जटिल समस्याएं उत्पन्न होने की संभावना है। हालात ऐसे हैं कि अगर इस रास्ते से एक छोटी वाहन खड़ी हो गई तो दूसरे वाहन को पास करना मुश्किल हो जाति है ऐसे में बड़ी वाहनों के प्रवेश से आम लोगों के बीच खासा समस्या उत्पन्न हो सकती है। यही कारण है कि बिल्डर रात में बड़ी वाहनों का प्रवेश करवाते हैं। आने वाले समय में वाहनों का बोझ बढ़ने के कारण स्थानियो को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अब अगर सड़क की चौड़ाई कम है तो फिर कैसे भवन निर्माण की अनुमति दी गई। आसपास रहने वाले लोगों काभी नहीं रखा गया ख्याल।
सड़क की कम चौड़ाई के बाद नक्शे पास के मामले पर धनबाद उपायुक्त ने भी संज्ञान लिया है एवं पूरे मामले पर जांच करने की बात कही है।
तालाब का भी हो सकता है अधिग्रहण
वहीं समीप के खोखन तलाब का भी हो सकता है अधिग्रहण, देखरेख के अभाव में ऐसे ही तलाब के दायरे सिमट कर रह गए हैं। जिस तरह से बहुमंजिला इमारतों के निर्माण हो रहे हैं ऐसे में यह अंदेशा लगाया जा सकता है कि तलाब भी बहुत जल्द अतिक्रमण हो जाएगा। हालांकि इस पूरे मामले पर कुछ जांच कर कार्यवाई की जाएगी या फिर सिर्फ लीपा पोती होगा यह देखने वाली बात होगी